लाइव न्यूज़ :

Lokmat Parliamentary Awards 2023: जॉन ब्रिटास: मीडिया में करीब 3 दशक की बड़ी पारी खेलने के बाद साल 2021 में राजनीति में कदम रखा, सर्वश्रेष्ठ नवोदित सांसद का अवार्ड मिला

By आकाश चौरसिया | Updated: February 6, 2024 17:40 IST

15 मई, 1966 को जन्मे ब्रिटास की शुरुआती पढ़ाई कन्नूर के पुलिकुरुम्बा गांव में ही हुई। इसके बाद वह डॉन बोन्स्को स्कूल में अपनी हायर सेकेंडरी की पढ़ाई पूरी करने के लिए त्रिशूर चले गए। उन्होंने सर सैयद कॉलेज से सीनियर सेकेंडरी, पय्यान्नूर कॉलेज से ग्रेजुएशन और श्री केरल वर्मा कॉलेज, पोस्ट ग्रेजुएशन किया।

Open in App
ठळक मुद्देसीपीआई (एम) ने उन्हें 24 अप्रैल 2021 को राज्यसभा सदस्य के रूप में नामित कियासाल 2016 से 2021 के बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के सलाहकार भी रहेडॉ. जॉन ब्रिटास अपने कॉलेज के दिनों में छात्र राजनीति में सक्रिय थे

Lokmat Parliamentary Awards 2023: मीडिया में करीब 3 दशक की बड़ी पारी खेलने के बाद जॉन ब्रिटास ने साल 2021 में राजनीति में कदम रखा। सीपीआई (एम) ने उन्हें केरल का प्रतिनिधित्व करने के लिए 24 अप्रैल 2021 को राज्यसभा सदस्य के रूप में नामित किया। जॉन ब्रिटास राज्यसभा सदस्य के साथ-साथ कैराली टेलीविजन नेटवर्क के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एडिटर भी हैं। वो साल 2016 से 2021 के बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के सलाहकार भी रहे। इसके अलावा उन्होंने डिजनी ग्रुप के केरल बिजनेस हेड के रूप में भी अपनी सेवाएं दी। 

15 मई, 1966 को जन्मे ब्रिटास की शुरुआती पढ़ाई कन्नूर के पुलिकुरुम्बा गांव में ही हुई। इसके बाद वह डॉन बोन्स्को स्कूल में अपनी हायर सेकेंडरी की पढ़ाई पूरी करने के लिए त्रिशूर चले गए। उन्होंने सर सैयद कॉलेज से सीनियर सेकेंडरी, पय्यान्नूर कॉलेज से ग्रेजुएशन और श्री केरल वर्मा कॉलेज, पोस्ट ग्रेजुएशन किया। इसके बाद उन्होंने प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से एम.फिल और पीएचडी हासिल की। 

डॉ. जॉन ब्रिटास अपने कॉलेज के दिनों में छात्र राजनीति में सक्रिय थे और विश्वविद्यालय छात्र संघ के पदाधिकारियों में से एक थे। ग्रेजुएशन की पढ़ाई के बाद उन्होंने पत्रकारिता में कदम रखा। उन्होंने दिल्ली से एक प्रिंट पत्रकार और एक इलेक्ट्रॉनिक मीडियाकर्मी के रूप में भी काम किया और उन्हें भारतीय समाज और राजनीति को आकार देने वाली महत्वपूर्ण घटनाओं को कवर करने का अवसर मिला। 

बाबरी मस्जिद का विध्वंस, गुजरात दंगे, पाकिस्तान में होने वाली घटनाएं और नेपाल चुनाव उन महत्वपूर्ण घटनाओं में से हैं, जिन्हें उन्होंने देखा और रिपोर्ट किया। वह अमेरिका-इराक संघर्ष को कवर करने के लिए बगदाद जाने वाले पहले भारतीय पत्रकार भी थे।

जॉन ब्रिटास को प्रधानमंत्री की मीडिया टीम का हिस्सा बनने का भी अवसर मिला, जिसने अमेरिका, रूस, जर्मनी, स्विट्जरलैंड जैसे देशों का दौरा किया। डॉ. जॉन ब्रिटास को कम उम्र में भारतीय संसद को कवर करने वाले पत्रकार के रूप में भी जाना जाता है। 

तत्कालीन उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने डॉ. जॉन ब्रिटास को सदन में उनकी भागीदारी और सदन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को लेकर उनकी सराहना भी की थी। संसद में इनकी भागीदारी की बात करें तो जॉन ब्रिटास ने 305 सवाल पूछे हैं और 624 डिबेट में भाग लिया है। वो संसद की दो समीतियों के सदस्य भी हैं। डॉ. जॉन ब्रिटास प्रिंट मीडिया में सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर नियमित रूप से लेख भी लिखते हैं।

टॅग्स :लोकमत हिंदी समाचारराज्य सभाराज्यसभा चुनावलोकसभा संसद बिललोकमत नेशनल कॉन्क्लेव
Open in App

संबंधित खबरें

भारतआपका यहां तक पहुंचना लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत, उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन को लेकर पीएम मोदी ने राज्यसभा में बोले, वीडियो

भारतराज्यसभा में 5 साल बाद दिखेंगे जम्मू-कश्मीर के सांसद?, शम्मी ओबेराय, सज्जाद अहमद किचलू, सत शर्मा और चौधरी मोहम्मद रमजान बनेंगे आवाज?

भारतराज्यसभा में राजद को हो जाएगा सफाया, राजद के पास वर्तमान में पांच और कांग्रेस के पास एक सीट

भारतराज्यसभा में राजद के 5 सांसद, 2030 तक 0 होंगे?, उच्च सदन में कोई प्रतिनिधित्व नहीं रहेगा, 2025 विधानसभा चुनाव में हार के बाद तेजस्वी यादव को लगेगा झटका?

भारतJ&K Rajya Sabha Polls: भाजपा के सत शर्मा ने मारी बाजी, विपक्षी दल पर लगे गंभीर आरोप, सीएम उमर अब्दुल्ला ने गुप्त बीजेपी समर्थकों की आलोचना की

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई