झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) चीफ बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर दोहराया है कि वे चुनावी नतीजों के बाद भी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे। साथ ही मरांडी ने ये भी साफ किया है उनकी महागठबंधन से भी जुड़ने को लेकर कोई चर्चा नहीं चल रही है। झारखंड विधानसभा चुनाव पांच चरणों में हुए हैं और आज इसके नतीजे आने हैं। बहरहाल, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री 63 वर्षीय मरांडी ने चुनावी गिनती से पहले रविवार का दिन रांची में बिताया और पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिलते रहे।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार मरांडी ने कहा, 'हर ईवीएम (पी) से जेवीएम निकलेगा। केवल कुछ घंटों में ये साफ हो जाएगा कि झारखंड को लोगों ने हम पर कितना प्यार बरसाया है।'
जेवीएम (पी) ने विधानसभा चुनाव में विपक्ष के गठबंधन से दूर रहने का फैसला करते हुए सभी 81 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। एग्जिट पोल के अनुसार मरांडी की पार्टी तीन से पांच सीटें जीत सकती है। अगर एग्जिट पोल सही साबित होते हैं तो पार्टी का प्रदर्शन 2009 और 2014 से भी खराब होगा। 2009 में पार्टी ने 11 और इसके बाद 2014 में 8 सीटें विधानसभा चुनाव में अपने नाम की थी।
बहरहाल, माना जा रहा है कि इस बार के नतीजे त्रिशंकु रहते हैं तो मरांडी सरकार बनाने को लेकर आजसू के सुदेश महतों के साथ अहम किरदार निभा सकते हैं। हालांकि, मरांडी बार-बार यही कहते रहे हैं कि वे बीजेपी के पास नहीं जाएंगे। मरांडी के ये बयान इसलिए भी अहम हो जाते हैं क्योंकि 2014 के चुनाव के बाद उनके 6 विधायक बीजेपी से जुड़ गये थे। मरांडी ने कहा, 'जिस तरह से बीजेपी ने मेरी पार्टी को खत्म करने की कोशिश की, उसके बाद बीजेपी से हाथ मिलाने का सवाल ही नहीं उठता।'
महागठबंधन से जुड़ने के सवाल पर बाबूलाल मरांडी ने कहा, 'ईमानदारी से कहूं, तो मैंने किसी से बात नहीं की है। न ही उन्होंने मुझसे कोई बात की है। नतीजे आने दीजिए फिर सबकुछ साफ हो जाएगा।'