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झारखंड: सीएम हेमंत सोरेन ने झारखंड के 50 हजार सखी मंडलों के बीच 75 करोड़ रुपए की राशि की वितरित

By भाषा | Updated: June 16, 2020 05:41 IST

सखी मंडलों को धन दिए जाने के इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी, सशक्त बनाना और आजीविका से जोड़ना सरकार की विशेष प्राथमिकता है।

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ठळक मुद्देराष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण परिवेश की महिलाओं को सखी मंडलों से जोड़कर उन्हें आजीविका के विभिन्न माध्यमों से जोड़ने का प्रयास हो रहा है।झारखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के जरिए हर ग्रामीण गरीब परिवार की एक महिला को स्वयं सहायता समूह से जोड़ा जा रहा है।

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को राज्य के 50 हजार सखी मंडलों को 75 करोड़ रुपए की राशि ऑनलाइन अंतरित की जिससे हर सखी मंडल को 15-15 हजार रुपए अनुदान के रूप में प्राप्त हुए। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इस राशि से सखी मंडलों से जुड़े लगभग छह लाख ग्रामीण परिवारों को लाभ होगा।

इससे उन्हें आजीविका को सशक्त करने का मौका मिलेगा। सखी मंडलों को धन दिए जाने के इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी, सशक्त बनाना और आजीविका से जोड़ना सरकार की विशेष प्राथमिकता है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण परिवेश की महिलाओं को सखी मंडलों से जोड़कर उन्हें आजीविका के विभिन्न माध्यमों से जोड़ने का प्रयास हो रहा है। उन्हें स्वरोजगार व हुनरमंद व्यवसाय के अवसर उपलब्ध कराकर गरीबी उन्मूलन की कोशिश की जा रही है।

झारखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के जरिए हर ग्रामीण गरीब परिवार की एक महिला को जोड़ा गया-

उन्होंने कहा कि आजीविका मिशन के तहत गरीब महिलाओं का क्षमता वर्धन किया जा रहा है और झारखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के जरिए हर ग्रामीण गरीब परिवार की एक महिला को स्वयं सहायता समूह से जोड़ा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण महिलाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण तथा वित्तीय सहायता भी दी जा रही है यही वजह है कि आज लाखों की संख्या में महिलाएं आजीविका मिशन से जुड़कर खुद को स्वावलंबी और सशक्त बना रही हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य में कुल दो लाख 45 हजार सखी मंडलों से 30 लाख परिवारों को जोड़ा जा चुका है। इनमे एक लाख 16 हजार सखी मंडलों को चक्रीय निधि के रूप में 174 करोड़ रुपए तथा 43 हजार सखी मंडलों को सामुदायिक निवेश निधि मद से 215 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए गए हैं।

जानें किस जिला में कितना अनुदान दिया गया-

सोमवार को जिन 50 हजार सखी मंडलों को अनुदान दिए गए उनमें बोकारो के 3043, चतरा के 3298, देवघर के 782, धनबाद के 4724, दुमका के 2572, गढ़वा के 664, गिरिडीह के 3603, गोड्डा के 1256, गुमला के 1341, हजारीबाग के 2683, जामताड़ा के 821, खूंटी के 392, कोडरमा के 1871, लातेहार के 1041 सखी मंडल हैं। इसके अलावा लोहरदगा के 657, पाकुड़ के 645, पलामू के 3437, पश्चिमी सिंहभूम के 3219, पूर्वी सिंहभूम के 4174, रामगढ़ के 2574, रांची के 3998, साहेबगंज के 648, सरायकेला खरसावां के 1802 और सिमडेगा के 755 सखी मंडलों को भी राशि मुहैया करायी गयी है।  

टॅग्स :झारखंडहेमंत सोरेन
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