जयंत चौधरी का योगी आदित्यनाथ पर जुबानी हमला, बोले- जनता इस बार चर्बी उतार देगी
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 1, 2022 04:10 PM2022-02-01T16:10:43+5:302022-02-01T16:21:05+5:30
रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने मथुरा में भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि जनता इस बार भाजपा की चर्बी उतार देगी।
मथुरा: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को रिझाने में नेताओं की जुबान ने ऐसी धार पकड़ी है कि इन्हें सुनकर नाई के उस्तरे भी शर्माने लगे हैं।
यूपी के इस सियासी जंग में दावपेंच के साथ-साथ जुबानी जंग में लगभग सभी नेता अपने विरोधियों के बारे में ऐसी-ऐसी बातें बोल रहे हैं, जिन्हें लोकतंत्र की स्वस्थ्य परंपरा के लिहाज से ठीक नहीं माना जाता है।
इसी कड़ी में ताजा मामला राष्ट्रीय लोक दल के युवा प्रमुख जयंत चौधरी से जुड़ गया है, जिन्होंने मथुरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कुछ ऐसा कह दिया, जिसकी उम्मीद उनके समर्थक भी नहीं कर रहे होंगे।
दरअसल मथुरा में लोकदल-सपा प्रत्याशियों के हक में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने मौजूदा भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "कब तक दूसरों के काम का क्रेडिट लेकर छाती चौड़ी करोगे।
जनता इस बार EVM पर हैंडपम्प के निशान का बटन दबा कर भाजपा की चर्बी उतार देगी।"
कब तक दूसरों के काम का क्रेडिट लेकर छाती चौड़ी करोगे।
— Rashtriya Lok Dal (@RLDparty) February 1, 2022
जनता इस बार EVM पर हैंडपम्प के निशान का बटन दबा कर भाजपा की चर्बी उतार देगी। @jayantrld#UPElections2022pic.twitter.com/ALv25fMPCQ
इसके बाद जयंत चौधरी सूबे के मौजू दा सीएम योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लेते हुए कहा, ''योगी बाबा जो कह रहे हैं, किन इनकी गर्मी निकाल दूंगा और मई जून में शिमला जैसी ठंड हो जाएगी। मुझे लग रहा है पिछले हफ्ते जो ठंड आई थी, इनका माथा बहुत बड़ा है, इन्हीं को ठंड लग गई।''
जयंत चौधरी जनसभा में मतदाताओं के बीच कहते हैं, "बाबा आप कंबल ओढ़कर गोरखपुर में सो जाओ, आपके वश का नहीं है हमें समझना।"
बाबा आप कंबल ओढ़कर गोरखपुर में सो जाओ, आपके वश का नहीं है हमें समझना।
— Rashtriya Lok Dal (@RLDparty) February 1, 2022
- चौधरी जयंत सिंह जी pic.twitter.com/I1GiTOPWO3
दरअसल सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीते 30 जनवरी को पश्चिमी यूपी में एक जनसभा को संभोधित करते हुए कहा, ''जो दंगा के मंसूबे के साथ अपना सिर उठाने का प्रयास कर रहे हैं, 5 सालों तक ये सभी लोग बिलों में घुसे थे। दुबके थे, जब सब्जी के लिए निकलते थे और पुलिस पकड़ती थी तो अगले दिन गले में तख्ती लेकर आता था कि साहब बख्श तो सब्जी बेचकर गुजारा कर लेंगे। 10 मार्च के बाद ये गर्मी शांत हो जाएगी क्योंकि मैं तो मई और जून में भी शिमला बना देता हूं।''
ये गर्मी जो अभी कैराना में और मुजफ्फरनगर में कुछ जगह दिखाई दे रही है न...
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 30, 2022
...मैं मई और जून की गर्मी में भी 'शिमला' बना देता हूं... pic.twitter.com/NoHJIxBLG9
वैसे सत्ता और सियासत के लिए नेताओं के बीच चल रही इस जुबानी जंग का फैसला तो यूपी की जनता को अपने मताधिकार के प्रयोग से ही करना है लेकिन उसके बावजूद नेता एक-दूसरे के प्रति जिस तरह की शब्दावली और भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। उससे एक बात तो स्पष्ट तय है कि यूपी की जनता को 10 मार्च से पहले अभी बहुत कुछ देखना और सुनना बाकि है।