लाइव न्यूज़ :

जम्मू-कश्मीर: 20 अगस्त तक पुलिसवालों की छुट्टियां रद्द, आतंकी हमले की आशंका

By सुरेश डुग्गर | Updated: August 14, 2019 17:15 IST

सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू कश्मीर को लेकर बीते एक सप्ताह के दौरान जो राजनीतिक घटनाक्रम हुआ है, उससे आतंकियों के आका हताश हो चुके हैं। कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान जिस तरह अलग थलग पड़ चुका है, उसे देखते हुए आइएसआइ किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रही है।

Open in App

जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले का खतरा किस कद्र भयानक है कि पुलिस अफसरों की छुट्टियां 20 अगस्त तक के लिए रद्द कर दी गई हैं। हालांकि कश्मीर में जारी ब्लैक आउट की पाबंदियों के बीच स्वतंत्रता दिवस पर आतंकी हमले का खतरा पूरे राज्य में मंडरा रहा है।

स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान आतंकी हमले की केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की चेतावनी को देखते हुए जम्मू पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। पुलिस अफसरों और मुलाजिमों की 20 अगस्त तक छुट्टियां रद कर दी गई हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा से आतंकियों के राज्य में घुसपैठ की आशंका के मद्देनजर पाकिस्तान की सीमा से सटे क्षेत्रों और पंजाब से लगी सीमा पर कड़ी चौकसी बरती जा रही है।

एसएसपी जम्मू तेजेंद्र सिंह की मौजूदगी में पुलिस कंट्रोल रूम में सुरक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में सभी थाना व चौकी प्रभारियों ने भाग लिया। स्वतंत्रता दिवस समारोह को शांतिपूर्वक मनाने के लिए सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त करने पर चर्चा की गई। इसके अलावा सभी संवेदनशील स्थानों पर जवानों की तैनाती को भी अंतिम रूप दिया गया।

हालांकि, पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी स्वतंत्रता दिवस के दौरान आतंकी खतरे को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन सुरक्षा कवायद को देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्थिति चुनौतीपूर्ण है।

सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू कश्मीर को लेकर बीते एक सप्ताह के दौरान जो राजनीतिक घटनाक्रम हुआ है, उससे आतंकियों के आका हताश हो चुके हैं। कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान जिस तरह अलग थलग पड़ चुका है, उसे देखते हुए आइएसआइ किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रही है। पाकिस्तानी सेना ने एलओसी पर अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं। कुछ रेडियो संदेश भी पकड़े गए हैं, जो इस बात का संकेत कर रहे हैं कि बीते एक सप्ताह से अपनी मांद में छिपे आतंकियों को उस कश्मीर में बैठे उनके कमांडर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए लगातार कह रहे हैं।

सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े अधिकारी ने बताया कि आतंकी अपनी उपस्थिति का अहसास कराने के लिए किसी सॉफ्ट टारगेट को चुन सकते हैं। वह किसी जगह बम विस्फोट या सुरक्षाबलों के कैंप पर हमला कर सकते हैं।

आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था की नए सिरे से समीक्षा कर आवश्यक सुधार किए गए हैं। पिछले कुछ दिनों में एहतियात के तौर पर हिरासत में लिए गए शरारती तत्वों और आतंकियों के ओवरग्राउंड वर्करों को पहले ईद के मद्देनजर छोड़ने का फैसला लिया गया था, जिसे कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है।

सभी अस्पतालों, सरकारी प्रतिष्ठानों, पुलिस थानों, सीआरपीएफ व सैन्य शिविरों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हाईवे पर भी विशेष प्रबंध किए गए हैं।

आतंकी खतरे से निपटने के लिए चिह्नित स्थानों पर पुलिस, सीआरपीएफ और सेना के क्विक रिएक्शन टीम (क्यूआरटी) के दस्ते भी तैनात किए गए हैं। डोडा, किश्तवाड़, राजौरी व पुंछ समेत राज्य के सभी आतंकग्रस्त इलाकों में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

टॅग्स :धारा ३७०आर्टिकल 35A (अनुच्छेद 35A)जम्मू कश्मीर
Open in App

संबंधित खबरें

भारतAdventure Tourism Summit 2025: एडवेंचर टूरिज्म कार्यक्रम के लिए है कश्मीर, जानें क्या कुछ होगा खास

भारतबारिश की कमी से कश्मीर में गंभीर जलसंकट, सारा दारोमदार बर्फ पर टिका

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

क्रिकेटवैभव सूर्यवंशी की टीम बिहार को हैदराबाद ने 7 विकेट से हराया, कप्तान सुयश प्रभुदेसाई ने खेली 28 गेंदों में 51 रन की पारी, जम्मू-कश्मीर को 7 विकेट से करारी शिकस्त

भारतDrung Waterfall: महीनों बाद खुला द्रुग वाटरफाल, टंगमर्ग राइडर्स की रोजी-रोटी में मदद मिली

भारत अधिक खबरें

भारतमहाराष्ट्र शीतकालीन सत्र: चाय पार्टी का बहिष्कार, सदनों में विपक्ष के नेताओं की नियुक्ति करने में विफल रही सरकार

भारतगोवा अग्निकांड: मजिस्ट्रियल जांच के आदेश, सीएम प्रमोद सावंत ने ₹5 लाख मुआवज़े की घोषणा की

भारतसतत निगरानी, सघन जांच और कार्रवाई से तेज़ी से घटा है नक्सली दायरा: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भारतयूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र में योगी सरकार लाएगी 20,000 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट, 15 दिसंबर हो सकता है शुरू

भारतकांग्रेस के मनीष तिवारी चाहते हैं कि सांसदों को संसद में पार्टी लाइन से ऊपर उठकर वोट देने की आजादी मिले, पेश किया प्राइवेट मेंबर बिल