जम्मूः उत्तरी कश्मीर के बारामुल्ला जिले में आतंकियों ने सेना के काफिले पर ग्रेनेड हमले में 6 लोग जख्मी हो गए जबकि इसी जिले में एक आतंकी ठिकाने से हथियार व गोला बारूद बरामद किया गया है।अधिकारियों ने बताया कि आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला किया। ग्रेनेड सड़क किनारे गिरा, जिससे विस्फोट हो गया। इस दौरान छह नागरिक घायल हो गए।
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके साथ ही हमलावरों को पकड़ने के लिए इलाके की घेराबंदी कर सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान शुरू किया है। एक अधिकारी ने बताया कि बारामुला के आजाद गंज पुल के पास आतंकियों ने सेना के काफिले को निशाना बनाने की नापाक हरकत की। हालांकि निशाना चूकने की वजह से ग्रेनेड सड़क किनारे गिरा और विस्फोट हो गया। इस विस्फोट की जद में आने से छह स्थानीय नागरिक घायल हो गए। जिनका उपचार चल रहा है।
दूसरी ओर उत्तरी कश्मीर में ही बारामुल्ला जिले के बोनियार इलाके में तलाशी अभियान के दौरान हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है। आगे की जांच की जा रही है। सुरक्षाबलों को इलाके में आतंकी ठिकाना होने की सूचना मिली थी। इसी सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान दो एके-47, एके-47 की दो मैगजीन, 74 कारतूस, दस ग्रेनेड, एक पिस्टल, दो रेडियो और चार हजार रुपये (पाकिस्तानी मुद्रा) मिली।
लश्कर के तीन मददगार पकड़े, प्लान नेस्तनाबूद किया
सुरक्षाबलों ने दावा किया है कि उन्होंने जम्मू संभाग के रियासी जिले में लश्करे तौयबा के तीन आतंकियों को दबोच कर लश्करे तोयबा का एक बड़ा प्लान चौपट कर दिया है। दरअसल पुलिस और सेना की संयुक्त टीम ने लश्कर-ए-तैयबा के तीन मददगारों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आतंकियों के मददगारों से पूछताछ में सनसनीखेज खुलासा हुआ है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इन तीनों ओवरग्राउंड के बारे में उन्हें काफी देर से सूचनाएं मिल रही थी। पुख्ता जानकारी मिलने पर पुलिस ने विशेष अभियान चलाया और जिला रियासी के माहोर इलाके में छिपे इन तीनों आतंकी सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया गया। तलाशी लेने पर इनके कब्जे से हथियार व लश्कर से संबंधित कई दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।
पकड़े गए ओवरग्राउंड की पहचान पुलिस ने अभी तक जाहिर नहीं की है। अलबत्ता सूत्रों से यह पता चला कि पिछले काफी दिनों से ये तीनों पुलिस व सुरक्षाकर्मियों से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारी पाकिस्तान में बैठे लश्कर संगठन के आकाओं को पहुंचा रहे थे। यह भी जानकारी मिली है कि इन्होंने सीमा से सटे इलाकों में स्थित सैन्य शिविरों की तस्वीरें खींच अपने वट्सएप एकाउंट से भेजी भी हैं। पुलिस इन तीनों से पूछताछ कर रही है। दावा किया जा रहा है कि इन तीनों से लश्कर से संबंधित अन्य कई महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है।
पुलिस ने कहा कि आतंकियों के ये मददगार सोशल मीडिया के जरिए अपने आकाओं के संपर्क में थे। आतंकी हमले की साजिश रची गई थी। पकड़े गए आतंकियों के मददगारों में एक अध्यापक भी है। ये सभी पिछले पांच साल से इलाके में सक्रिय थे। साथ ही पूर्व आतंकियों के परिवारों को मदद कर रहे थे।