Jalgaon Train Accident: महाराष्ट्र के जलगांव में दुखद ट्रेन हादसा हुआ है जिसमें अब तक दर्जन भर लोगों की मौत हो चुकी है। हादसा उस वक्त हुआ जब 22 जनवरी को जब पुष्पक एक्सप्रेस अपने गंतव्य की ओर जा रही थी, तब शाम करीब 5:00 बजे जलगांव के परांदा रेलवे स्टेशन पर गलत फायर अलार्म बजा। इसके चलते पुष्पक एक्सप्रेस पचोरा स्टेशन के पास रुक गई। महाराष्ट्र के जलगांव जिले में कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आने से 12 लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए।
हादसे के सामने आने के बाद बचाव दल मौके पर पहुंचा और स्थिति को संभालने की कोशिश की।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के जलगांव में हुए दुखद रेल हादसे पर अपनी संवेदना व्यक्त की है, जिसके परिणामस्वरूप कई लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "महाराष्ट्र के जलगांव में रेलवे ट्रैक पर हुए दुखद हादसे से दुखी हूं। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। अधिकारी प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।"
मुआवजे की ऐलान
रेल मंत्रालय ने जलगांव ट्रेन दुर्घटना में मृतकों के परिजनों के लिए 1.5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है, जिसके परिणामस्वरूप कई लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के कार्यालय ने एक बयान में कहा, "जलगांव रेल दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को 1.5 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपये और मामूली रूप से घायलों को 5,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की गई है।"
जानकारी के अनुसार, जिस वक्त ट्रेन में आग लगने की सूचना मिली उस वक्त यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई, जिसके चलते उनमें से कुछ बगल की पटरी पर ट्रेन से कूद गए। उस दौरान बेंगलुरु-नई दिल्ली कर्नाटक एक्सप्रेस विपरीत दिशा से उसी रूट पर चल रही थी। पुष्पक एक्सप्रेस के कुछ यात्री जो अपनी जान बचाने के लिए पटरी पर भागे, चलती ट्रेन के नीचे कुचले गए जबकि अन्य घायल हो गए।
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि जिला प्रशासन रेलवे प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहा है और घायलों के इलाज के लिए तत्काल व्यवस्था की जा रही है।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “8 एंबुलेंस भेजी गई हैं। सामान्य अस्पताल के साथ-साथ आस-पास के अन्य निजी अस्पतालों को घायलों के इलाज के लिए तैयार रखा गया है। आपातकालीन उपकरण जैसे ग्लास कटर, फ्लडलाइट आदि भी तैयार रखे गए हैं।"
डीएम जलगांव आयुष प्रसाद ने कहा, "हमें दुर्घटना की सूचना मिली जिसके बाद प्रशासन तुरंत हरकत में आया और घटनास्थल पर एंबुलेंस और अन्य सहायता भेजी...अस्पतालों को सक्रिय कर दिया गया...घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है...मृतकों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है...सभी जांच की जा रही है।
महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने दुखद घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा, "जलगांव के पास एक अन्य ट्रेन की चपेट में आने से कुछ यात्रियों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के बारे में जानकर बेहद दुख हुआ।" उन्होंने आगे कहा, "अपनी जान गंवाने वालों के प्रति मेरी संवेदनाएं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।"
महाराष्ट्र के मंत्री गुलाबराव पाटिल ने बताया कि दिल्ली जाने वाली कर्नाटक एक्सप्रेस 130-140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी, जब मुंबई जाने वाली पुष्पक एक्सप्रेस के यात्री इसकी पटरियों पर चले गए। पीटीआई ने मंत्री के हवाले से कहा, "सामान्य डिब्बों में से एक में सवार यात्री ट्रेन से कूद गए और उनमें से कुछ बगल की पटरियों पर चले गए, जिस पर दिल्ली जाने वाली कर्नाटक एक्सप्रेस 130-140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आ रही थी।"
गौरतलब है कि अधिकारी आपातकालीन सहायता प्रदान करने और घटना की जांच करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे। हताहतों की संख्या की पुष्टि करने और इसमें शामिल लोगों की पहचान करने के प्रयास चल रहे हैं। अधिकारी झूठे फायर अलार्म के स्रोत की भी जांच कर रहे हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय सुनिश्चित कर रहे हैं।