नई दिल्ली: कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना (यूबीटी), आम आदमी पार्टी (आप) सहित 19 विपक्षी दलों ने 28 मई को होने वाले उद्घाटन समारोह के बहिष्कार करने की घोषणा की है। विपक्षी दलों ने इस बात पर जोर दिया कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्वारा किया जाना चाहिए, प्रधानमंत्री द्वारा नहीं। इसी क्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को पीएम मोदी पर परोक्ष हमला बोला।
कांग्रेस महासचिव प्रभारी संचार जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए लिखा, "कल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रांची में झारखंड उच्च न्यायालय परिसर में देश के सबसे बड़े न्यायिक परिसर का उद्घाटन किया। यह एक व्यक्ति का अहंकार और आत्म-प्रचार की इच्छा है जिसने पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति को 28 मई को नई दिल्ली में नए संसद भवन का उद्घाटन करने के संवैधानिक विशेषाधिकार से वंचित कर दिया है।"
इस बीच महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नारवेकर ने बुधवार को कहा कि यह बहिष्कार न केवल नागरिकों का अपमान है बल्कि संविधान का भी अपमान है। पीटीआई के अनुसार, नारवेकर ने एक बयान में कहा कि नया संसद भवन भारत में स्वतंत्रता, प्रगति और लोकतंत्र का प्रतीक है। उन्होंने कहा, "नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करना न केवल नागरिकों बल्कि संविधान का भी अपमान है।"
नारवेकर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि विपक्षी दल देश और संविधान के खातिर इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।