चंबल के बीहड़ में सक्रिय कुख्यात दस्यु जगन गुर्जर ने शुक्रवार सुबह डांग इलाके में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। गुर्जर की गिरफ्तारी पर 45 हजार रुपए का ईनाम घोषित है और उसका मुद्दा लोकसभा में भी उठा था।
दस्यु जगन ने चौथी बार आत्मसमर्पण किया है। पुलिस दस्यु से पूछताछ की जा रही है। जिला पुलिस अधीक्षक डा. अजय सिंह ने बताया कि जगन गुर्जर ने आज सुबह बसई डांग थाना इलाके में बाबू महाराज के मंदिर के पास बीहड़ में आत्मसमर्पण किया है। राजस्थान के कुख्यात डकैत जगन गुर्जर (49) ने शुक्रवार को धौलपुर में सरेंडर कर दिया। उस पर तीन राज्यों में डकैती, अपहरण और लूटपाट जैसी संगीन धाराओं में 100 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस ने उसके कब्जे से 315 बोर की एक बंदूक तथा पांच कारतूस बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि बसईडांग थाना इलाके के गांव भवूतीपुरा के गुर्जर पर कुल 45 हजार रुपए का इनाम घोषित है। करीब ढाई दशक पहले वर्ष 1994 में बीहड़ का रुख करने वाला जगन गुर्जर कई बार में गिरफ्तार हुआ और जमानत पर बाहर आया।
इसी महीने की 12 तारीख को बाड़ी कस्बे में फायरिंग महिलाओं से मारपीट के मामले में पुलिस को उसकी तलाश थी। जगन गुर्जर के खिलाफ धौलपुर और करौली समेत अन्य जिलों में सौ से अधिक मामले दर्ज हैं। उसके गांव भवूतीपुरा पंहुची पुलिस की टीम पर पथराव करने के आरोप में पुलिस ने जगन गुर्जर की मां रामश्री व भाभी रज्जो देवी को गिरफ्तार किया था।
उल्लेखनीय है कि जगन गुर्जर को पकड़ने के लिए पुलिस, आरएसी के जवान व इमरजेंसी रेस्पांस टीम के प्रशिक्षित कमांडो लगभग पखवाड़े भर से खोज अभियान में लगे थे। नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस मुद्दे को लोकसभा में भी उठाया था।