नई दिल्ली: बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता इरफान खान ने 53 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। इरफान खान का निधन मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में आज (29 अप्रैल) सुबह हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभिनेता इरफान खान के निधन पर शोक जताया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, इरफान खान का निधन सिनेमा और रंगमंच की दुनिया के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। उन्हें विभिन्न माध्यमों में उनके बहुमुखी प्रदर्शन के लिए याद किया जाएगा। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के साथ हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले।
गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट कर इरफान खान के लिए शोक जताया है। अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा है, ''इरफान खान के निधन की दुखद खबर से सब दुखी हैं। वह एक बहुमुखी अभिनेता थे, जिनकी कला ने वैश्विक ख्याति और पहचान अर्जित की थी। इरफान हमारे फिल्मी जगत के लिए एक संपत्ति थे। राष्ट्र ने आज एक असाधारण अभिनेता और एक विनम्र शख्स को खो दिया है। उनके परिवार और चाहने वालों के प्रति मेरी संवेदना है"
अभिनेता इरफान खान लंबे समय से एक दुलर्भ किस्म के कैंसर से जंग लड़ रहे थे। इरफान को 2018 में न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर हुआ था। उनके परिवार में पत्नी सुतापा और दो बेटे बाबिल और अयान हैं। परिवार को एक सप्ताह में लगा यह दूसरा झटका है। ‘‘मकबूल’’ अभिनेता इरफान खान की 95 वर्षीय मां सईदा बेगम का चार दिन पहले ही जयपुर में इंतकाल हुआ था। अभिनेता कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाये थे। इरफान खान ने केवल देश में ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने अभिनय का लोहा मनवाया। खान को मलाशय संक्रमण के कारण मंगलवार को कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कराया गया था।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता इरफान खान ने ‘लाइफ ऑफ पाई’, ‘द नेमसेक’ और ‘हासिल’ , पान सिंह तोमर जैसी फिल्मों में अलग-अलग तरह के किरदार निभा अपने अभिनय से लोगों का दिल जीता। अभिनेता 2018 में बीमार होने के बाद इलाज के लिए ब्रिटेन चले गए थे और दुनिया से खुद को एकदम दूर कर लिया था। 2020 में उन्होंने ‘अंग्रेजी मीडियम’ से बड़े पर्दे पर वापसी की जो कि उनकी आखिरी फिल्म भी साबित हुई।