चंडीगढ़ः पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की डगर पार्टी की आंतरिक कलह के कारण मुश्किलों में फंसती जा रही है। आज नया विवाद उस समय खड़ा हो गया जब पार्टी के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने राज्य सरकार पर कड़ा हमला करते हुए ट्वीट कर लिखा कि लगता है कि पंजाब में कांग्रेस की सरकार नहीं है।
जाखड़ ने यह टिप्पणी इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर न जारी करने को लेकर अपनी नाराज़गी व्यक्त करते हुए ट्वीट के ज़रिये कही। सूत्र बताते है की जाखड़ ने अपनी इस नाराज़गी से पार्टी अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी अवगत कराया है।
गौरतलब है कि अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद सुनील जाखड़ मुख्यमंत्री की दौड़ में स्वयं शामिल थे लेकिन नवजोत सिंह सिद्दू को प्रदेश अध्यक्ष तथा चन्नी को मुख्यमंत्री बनाये जाने के फैसले ने उन्हें आहात किया है।जाखड़ हालाँकि पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के नज़दीक रहे है बावजूद मतभेदों के लेकिन उनकी आज भी कोशिश है कि अमरिंदर सिंह को पार्टी में वापस लाया जाए।
इसीलिए उन्होंने ट्वीट करते समय अमरिंदर सरकार के समय इंदिरा गाँधी को लेकर ज़ारी किये विज्ञापन का उल्लेख किया है। यह कोई पहला मौका नहीं है जब जाखड़ ने चन्नी पर हमला बोला हो , इससे पहले भी जाखड़ अनेक बार मुख्यमंत्री चन्नी की आलोचना कर चुके है।
जाखड़ ने भाजपा को घेरते हुए आरोप लगाया कि वो इंदिरा गाँधी की यादों और उनकी विरासत को मिटाने की कोशिश में जुटीं हैं। पंजाब सरकार द्वारा इंदिरा गाँधी को लेकर कोई विज्ञापन न जारी करने के सवाल पर राहुल और प्रियंका गांधी ने भी कड़ी नाराज़गी जताई है जिससे राज्य के प्रभारी हरीश ने मुख्यमंत्री चन्नी को अवगत करा दिया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर समाचार पत्रों में उनकी याद में विज्ञापन जारी करने में कथित तौर पर नाकाम रहने को लेकर रविवार को पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी नीत सरकार की आलोचना की।
जाखड़ ने एक ट्वीट में इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर पिछले साल (तत्कालीन मुख्यमंत्री) अमरिंदर सिंह नीत कांग्रेस सरकार के तहत जारी पंजाब सरकार के एक विज्ञापन को संलग्न किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मैं समझ सकता हूं कि भारतीय जनता पार्टी ‘आयरन लेडी ऑफ इंडिया’ को इतिहास से मिटाना चाहती है लेकिन क्या हमारे पास पंजाब में अब कांग्रेस की सरकार नहीं है।’’
जाखड़ ने एक अन्य ट्वीट में दिल्ली कांग्रेस की नयी कार्यकारिणी समिति में एक स्थायी आमंत्रित सदस्य के तौर पर जगदीश टाइटलर की नियुक्ति की ओर इशारा किया और हैरानगी जताई कि इंदिरा को याद करने के लिए (पंजाब) सरकार का विज्ञापन नहीं जारी करने का क्या इससे कोई संबंध है।
उन्होंने कहा, ‘‘या फिर यह दो दिन पहले हुई नियुक्ति के आलोक में-- दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है--का मामला है। टाइटलर का नाम 1984 के सिख विरोधी दंगों के सिलसिले में आया था। जाखड़ ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘...मैं जानता हूं कि कैप्टन साब (अमरिंदर) पिछले साल के पंजाब सरकार के इस विज्ञापन का मेरे द्वारा इस्तेमाल किये जाने को अन्यथा नहीं लेंगे।’’ पंजाब में भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दल जैसे विपक्षी दलों ने टाइटलर की नियुक्ति पर चन्नी नीत सरकार पर निशाना साधा है।
भाजपा नेता तरुण चुघ ने शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू को यह स्पष्ट करने को कहा था कि क्या उन्होंने दिल्ली कांग्रेस की नई कार्यकारिणी समिति में स्थायी आमंत्रित सदस्य के रूप में जगदीश टाइटलर के नाम का समर्थन किया था। वहीं, शिअद नेता दलजीत सिंह चीमा ने चन्नी से पंजाब वासियों को यह बताने को कहा कि उन्होंने कांग्रेस की प्रतिष्ठित समिति में टाइटलर की नियुक्ति को सहमति क्यों दी।