नई दिल्ली, 17 फरवरी: ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी भारत के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ईरानी राष्ट्रपति की मौजदूगी में दिल्ली में दोनों ही देशों के बीच नौ एएमयूओ पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
ईरानी राष्ट्रपति ने कहा है- 'दोनों देशों के बीच संबंध बिजनेस से कहीं ज्यादा है, दोनों देशों के संबंध ऐतिहासिक है।' वहीं पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा- 'हम दोनों देश हमारे पड़ोसी देश अफगानिस्तान के विकास की कामना करते हैं। हम चाहते हैं कि हमारे पड़ोसी देशों में आतंकवाद का साया भी न हो।'
शनिवार को उन्होंने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। राष्ट्रपति भवन में ईरान के राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया है। भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद हसन रूहानी ने महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। हसन रूहानी ने भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मुलाकात की।
हसन रूहानी ने अगस्त 2013 में ईरान का कार्यभार संभाला था। ये उनकी पहली भारत यात्रा है। ईरान ने भारत के साथ तेल और प्राकृतिक गैस के अपने विशाल भंडार को साझा करने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए वीजा नियमों में ढील देने की इच्छा जताई है। शनिवार को दोनों देशों के प्रतिनिधि मंडल के बीच वार्ता हुई जिसके एमओयू पर दस्तखत हुए।
प्नधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी के साथ बैठक के दौरान क्षेत्रीय मुद्दों सहित द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की। मोदी ने दोनों पक्षों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता से पहले रूहानी का हैदराबाद हाउस में स्वागत किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा, "दोनों नेताओं के बीच व्यापार, निवेश, ऊर्जा, संपर्क, रक्षा एवं सुरक्षा में सहयोग सहित क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई।" मोदी साल 2016 में ईरान दौरे पर गए थे। बीते 10 वर्षो में ईरान के किसी राष्ट्रपति का यह पहला भारत दौरा है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी से मुलाकात कर ऊर्जा एवं कनेक्टिविटी सहित कई मुद्दों पर चर्चा की। इस बैठक के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा, "दोनों नेताओं के बीच चर्चा के दौरान ऊर्जा, कनेक्टिविटी, आईटी, शिक्षा, संस्कृति और लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने पर चर्चा हुई।" बीते 10 वर्षों में ईरान के किसी राष्ट्रपति का यह पहला भारत दौरा है।
अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान हसन रूहानी दो दिन हैदराबाद में बिताएं। वहां पर उन्होंने हैदराबाद में मक्का मस्जिद में जुमे की नमाज अदा करने के अलावा यहां के ऐतिहासिक कुतुब शाही मकबरा परिसर भी देखा।