दिल्ली: केंद्र सरकार ने देश के अरबपति उद्योगपति और अडानी समूह के प्रमुख गौतम अडानी को सीआरपीएफ कमांडो के 'जेड' श्रेणी का वीआईपी सुरक्षा कवच प्रदान किया है। इस संबंध में गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि कि 60 साल के उद्योगपति गौतम अडानी को केंद्र सरकार द्वारा प्रदत्त विशेष सुरक्षा पूरे देश में मिलेगी।
उद्योगपति अडानी की सुरक्षा को केंद्र ने "भुगतान के आधार" पर दिया है और इसकी लागत लगभग 15-20 लाख रुपये प्रति माह होने की उम्मीद है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा, "गृह मंत्रालय के अधीन केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा तैयार की रिपोर्ट में खतरे का आंकलन करते हुए उद्योगपति गौतम अदानी को केंद्रीय सुरक्षा कवर दिया गया है।"
गृह मंत्रालय के अधिकारी के मुताबिक देश में वीआईपी सुरक्षा का जिम्मा केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की वीआईपी सुरक्षा शाखा देखती है। इसलिए अब से सीआरपीएफ का विशेष दस्ता गौतम अडानी की सुरक्षित संभालेगा।
मालूम हो कि इसके पहले केंद्र सरकार साल 2013 में रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी को उनके खर्च पर सीआरपीएफ कमांडो का जेड श्रेणी की सुरक्षा कवर दे चुका है और उसके कुछ साल के बाद उद्योगपति मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी को केंद्र सरकार ने अलग से सुरक्षा मुहैया कराई थी।
बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से विशिष्ठ व्यक्तियों को खतरे का आंकलन करते हुए जेड प्लस, जेड, वाई और एक्स श्रेणी सहित अन्य कैटेगरी में सुरक्षा प्रदान की जाती है। देश में अभी सीआरपीएफ की ओर से गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को जेड प्लेस श्रेणी की सुरक्षा दी जा रही है।
वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत और योग गुरु बाबा रामदेव को भी केंद्र सरकार की ओर से जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। जिसके तहत सीआरपीएफ कमांडो का घेरा उन्हें सुरक्षा प्रदान करता है। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)