लाइव न्यूज़ :

भारत पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ लड़ाकू विमान बनाएगा, 15000 करोड़ के प्रस्ताव को मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा जाएगा

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: April 15, 2023 14:52 IST

पांचवी पीढ़ी के उन्नत स्टील्थ लड़ाकू विमानों की जरूरत सीमा पर बढ़ते चीनी खतरे को देखते हुए लंबे समय से महसूस की जा रही थी। ये विमान तकनीकी रूप से काफी दक्ष होते हैं और इन्हें रडार से पकड़ पाना लगभग नामुमकिन होता है। एएमसीए के लिए डीआरडीओ प्रस्ताव को अंतिम रूप देने में जुटा है जिसके बाद इसे सीसीएस के पास भेज दिया जाएगा।

Open in App
ठळक मुद्देपांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ लड़ाकू विमान बनाएगा भारत15,000 करोड़ रुपये की लागत वाली योजना के सरकार के पास भेजा जाएगासाल 2035 तक पांचवीं पीढ़ी के आधुनिक विमान वायुसेना में शामिल होने की संभावना

नई दिल्ली: भारत अब पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ लड़ाकू विमान बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाने जा रहा है। ये परियोजना लंबे समय से रुकी हुई थी। ऐसी अटकलें भी लगाई जा रही थीं कि भारत अमेरिका से एयरो-इंडिया में अमेरिका द्वारा दिखाए गए F-35A जेट खरीद सकता है और इसे खुद से विकसित करने का विचार ठंढे बस्ते में डाला जा सकता है। 

अब टाइम्स ऑफ इंडिया ने रक्षा सूत्रों के हवाले से बताया है कि लगभग 15,000 करोड़ रुपये की लागत से स्वदेशी, दो इंजन वाले उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए)को विकसित करने का प्रस्ताव जल्द सुरक्षा पर पीएम की अगुवाई वाली कैबिनेट कमेटी (सीसीएस) को अंतिम मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।  पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ लड़ाकू विमान बनाने परियोजना बेहद महात्वाकाक्षी परियोजना है और इस पर लंबे समय से विचार किया जा रहा था। अब लागत, डिजाइन और स्वदेशी सामग्री के स्तर पर व्यापक अंतर-मंत्रालयी परामर्श अब लगभग पूरा हो गया है। एएमसीए के लिए डीआरडीओ प्रस्ताव को अंतिम रूप देने में जुटा है जिसके बाद इसे सीसीएस के पास भेज दिया जाएगा। 

बेहद महत्वाकांक्षी एएमसीए परियोजना में पांच प्रोटोटाइप का विकास, एक संरचनात्मक परीक्षण नमूना, व्यापक उड़ान परीक्षण और अंतिम 25-टन स्विंग-रोल फाइटर के लिए सुरक्षा पर पीएम की अगुवाई वाली कैबिनेट कमेटी से मंजूरी ली जानी है। अनुमानित समयसीमा के अनुसार, पहला  एएमसीए प्रोटोटाइप सीसीएस की मंजूरी के चार साल बाद 'रोल आउट' होगा, जिसके बाद उत्पादन छह साल बाद शुरू होगा। इसका मतलब ये है कि अगर सबकुछ सही तरीके और लही समय से हुआ तो भारतीय वायु सेना साल 2035 के आसपास इन लड़ाकू विमानों को अपने बेड़े में शामिल करना शुरु कर देगी। 

बता दें कि पांचवी पीढ़ी के उन्नत  स्टील्थ लड़ाकू विमानों की जरूरत सीमा पर बढ़ते चीनी खतरे को देखते हुए लंबे समय से महसूस की जा रही थी। ये विमान तकनीकी रूप से काफी दक्ष होते हैं और इन्हें रडार से पकड़ पाना लगभग नामुमकिन है। फिलहाल भारत के पास जो सबसे आधुनिक विमान हैं उनमें राफेल 4.5वीं पीढी का है और सुखोई 30 एमकेआई चौथी पीढ़ी का।

वर्तमान में केवल 5वीं पीढ़ी के परिचालन वाले जेट अमेरिकी एफ/ए-22 रैप्टर और एफ-35 लाइटनिंग-II ज्वाइंट स्ट्राइक फाइटर्स हैं।  चीनी का चेंगदू जे-20 और रूसी सुखोई-57 भी कुछ हद तक पांचवी पीढ़ी के विमान ही हैं। अब भारत भी इस लिस्ट में शामिल हो सकता है। 9,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से तेजस मार्क -2 लड़ाकू विमान विकसित करने की योजना को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है।

टॅग्स :इंडियन एयर फोर्सनरेंद्र मोदीभारत सरकारअमेरिकाचीनतेजस लड़ाकू विमान
Open in App

संबंधित खबरें

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

भारतपीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को भेंट की भगवत गीता, रशियन भाषा में किया गया है अनुवाद

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई