नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख सीमा पर चीन व भारत दोनों देशों के बीच जारी तनाव अभी कम नहीं हुआ है। दोनों देशों की सेना पूर्वी लद्दाख में कई जगहों पर अब भी आमने-सामने है। ऐसे में खबर आ रही है कि भारतीय वायु सेना ने पश्चिमी मोर्चे पर स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस फाइटर जेट को तैनात किया है।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, एलसीए तेजस को पाकिस्तान से सटे बॉर्डर के इलाके में तैनात किया जा रहा है। मिल रही जानकारी के मुताबिक, दक्षिणी वायु कमान के तहत सुलूर से बाहर स्थित पहला एलसीए तेजस स्क्वाड्रन, 45 स्क्वाड्रन (फ्लाइंग डैगर्स) को एक ऑपरेशनल भूमिका में तैनात किया गया।
तेजस स्वदेशी फाइटर जेट है-
बता दें कि एलसीए तेजस देश में बना पहला स्वदेशी फाइटर जेट है जिसमें अमेरिकी इंजन लगा है। पिछले कुछ सालों से तेजस की उड़ानें अलग-अलग वायु सेना अड्डों पर होती आई हैं। तेजस को लेकर भारत में अब तक की सबसे बड़ी रक्षा डील हुई थी। यह डील 40 हजार करोड़ रुपए की है।
पूर्व रक्षा मंत्री स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर के प्रयासों से यह डील संभव हो पाया था, खास कर तब जब डील से पहले इसको तैयार करने वाली निर्माता कंपनी व वायु सेना के बीच मतभेद थे। लेकिन, मनोहर पर्रिकर ने उन सभी मतभेद को दूर कर डील को संभव बनाया था।
ये है इस स्वदेशी फाइटर की खासियत-
2222 किमी प्रति घंटा की गति से उड़ान भरने में सक्षम है। यह स्वदेशी विमान 3000 किमी की दूरी तक एक बार में उड़ान भर सकता है। 43.4 फीट लंबा और 14.9 फीट ऊंचा है तेजस फाइटर.13,500 किलो वजन के सभी हथियारों के साथ होता है।
इस विमान में 6 तरह की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें तैनात हो सकती हैं। इसके अलावा इसपर लेजर गाइडेड बम, ग्लाइड बम और क्लस्टर वेपन लगाए जा सकते हैं।