Independence Day 2024: देश भर में 15 अगस्त के अवसर पर स्वतन्त्रता दिवस का पर्व धूमधाम से मनाया गया। स्वतंत्रता दिवस से पहले पूरे देश में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार 11वें साल लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। पश्चिमी दिल्ली के मोहित नगर (ककरौला सेक्टर-15) स्थित शिवपार्क गली नंबर एक में झंडा फहराया गया। राष्ट्रगान गाया गया। आरडब्ल्यू प्रमुख मीरा कुमारी सिंह उर्फ बुच्ची कुमारी, आरडब्ल्यू के प्रेम दास, विजेंद्र शर्मा, रॉबिन गिल, सुरेश कनौजिया, विनोद पुनिया, अविनाश सिंह, कमल जी, जितेंद्र लंबा, ब्रहा प्रकाश, दुर्गा यादव, नंद कुमार जी, ममता सिंह, राजेश कुमार, हरिओम बल्हारा, जितेंद्र जैन, नरेश राणा, प्रदीप यादव, मलय जी और संदीप कुमार सहित पूरे कॉलोनी के लोग उपस्थित रहे और खूब आनंद लिया।
इस मौके पर आरडब्ल्यू ने कई कार्यक्रम का आयोजन किया। मिठाई वितरण किया गया। बच्चे ने जमकर मस्ती की और मिठाई और समोसा जमकर उड़ाई। झंडा फहराने के बाद पतंग बाजी किए और आकाश में एक-दूसरे की पंतग काटी। दिल्ली यातायात पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस से पहले यातायात परामर्श जारी किया था। राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा, ‘‘सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की ढेरों शुभकामनाएं। जय हिंद!’’ प्रधानमंत्री मोदी लगातार 11वीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और प्रतिष्ठित स्मारक की प्राचीर से राष्ट्र को पारंपरिक संबोधन किया।
सर्च इंजन गूगल ने अपना डूडल भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस को समर्पित करते हुए इसमें ‘भारत के पारंपरिक द्वार’ निरूपित किए हैं। इन द्वारों पर अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षरों ‘जी’, ‘ओ’, ‘ओ’ ‘जी’, ‘एल’, ‘ई’ से जो ‘गूगल’ लिखा गया है उसमें प्रत्येक अक्षर पर एक एक द्वार को खूबसूरत डिजाइन के साथ दिखाया गया है।
गूगल इंडिया ने अपनी वेबसाइट पर एक संदेश भी साझा किया जिसमें कहा गया,‘‘ भारत के स्वतंत्रता दिवस को समर्पित आज का डूडल वृंदा जावेरी ने बनाया है। भारत को 1947 में आज ही के दिन औपनिवेशिक शासन से आजादी मिली थी।’’
इसमें कहा गया है कि भारत के लोग ‘‘लगभग दो सदी की असमानता, हिंसा और मौलिक अधिकारों के अभाव के बाद स्वशासन और संप्रभुता’’ की प्रबल इच्छा रखते थे। संदेश में कहा गया है कि महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सुभाष चंद्र बोस जैसी हस्तियों के नेतृत्व में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन सविनय अवज्ञा के माध्यम से चलाया गया तथा देश के स्वतंत्रता सेनानियों की दृढ़ता और उनका बलिदान रंग लाया।