जयपुर, 22 जनवरी रिश्वत मामले में पांच साल की सजा भुगत रहे आयकर निरीक्षक ने सोमवार को जयपुर के एक अस्पताल में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। निरीक्षक कोरोना संक्रमित पाया गया था और उसका इलाज चल रहा था।
पुलिस उपायुक्त अभिजीत सिंह ने बताया कि विनय कुमार मंगला (45) को चार साल पहले सीबीआई ने रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया था। जयपुर में सीबीआई की विशेष अदालत ने 22 जनवरी को उसे दोषी मानते हुए पांच साल के कारावास की सजा सुनाई थी।
प्रतापनगर के थानाधिकारी श्रीमोहन मीणा ने बताया, ‘‘अदालत के आदेश के बाद मंगला को हिरासत में लिया गया। उनकी कोरोना वायरस की जांच करवाई गयी तो वह संक्रमित पाए गए। उन्हें इलाज के लिए आरयूएचएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया।’’
पुलिस के अनुसार मंगला का शव सोमवार को अस्पताल के कोरोना वार्ड में फंदे से लटका मिला।
दिसंबर 2016 में सीबीआई ने मंगला को झालावाड़ में एक आयकरदाता से कथित तौर पर एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था।
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