नई दिल्ली: योग गुरु बाबा रामदेव ने रविवार को कांवर यात्रा के मार्ग पर भोजनालयों के बाहर मालिक का नाम प्रदर्शित करने के उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश का समर्थन करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि किसी को भी अपनी पहचान उजागर करने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हर किसी को अपने नाम पर गर्व होना चाहिए।
योग गुरु ने पूछा कि अगर रामदेव को अपनी पहचान उजागर करने में कोई दिक्कत नहीं है तो रहमान को दिक्कत क्यों होनी चाहिए। आदेश का समर्थन करते हुए रामदेव ने कहा कि अगर कोई शुद्ध है तो धर्म कोई मायने नहीं रखता। योग गुरु रामदेव ने एएनआई के हवाले से कहा, "अगर रामदेव को अपनी पहचान बताने में कोई दिक्कत नहीं है तो रहमान को अपनी पहचान बताने में दिक्कत क्यों होनी चाहिए? हर किसी को अपने नाम पर गर्व होना चाहिए। नाम छुपाने की जरूरत नहीं है, सिर्फ काम में पवित्रता चाहिए। अगर हमारा काम शुद्ध है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम हिंदू हैं, मुस्लिम हैं या किसी अन्य समुदाय से हैं।"
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार ने कांवर यात्रा मार्ग पर खाद्य दुकानों और रेस्तरांओं को अपने मालिकों या प्रबंधकों के नाम प्रदर्शित करने का निर्देश जारी किया है। इस फैसले से सियासत गर्म हो गई है। विपक्ष इसे समाज को बांटने वाला फैसला बता रहा है और सरकार से इसे वापस लेने की मांग कर रहा है। सरकारी आदेश में कहा गया है कि यह निर्णय "कांवड़ तीर्थयात्रियों की आस्था की पवित्रता बनाए रखने" के लिए लिया गया है।
उत्तर प्रदेश सरकार के इस फैसले के बाद उत्तराखंड की धामी सरकार ने भी ऐसा ही आदेश जारी किया। हरिद्वार पुलिस प्रशासन ने भी रेस्तरां मालिकों को कांवड़ यात्रा मार्ग पर नाम प्रदर्शित करने का आदेश जारी किया है। कांवड़ मार्ग पर होटल, ढाबों, रेस्तरां और फेरीवालों को सामान्य निर्देश दिए हैं कि वे अपनी दुकानों पर मालिक का नाम लिखेंगे।