नई दिल्ली: पीएम मोदी के द्वारा राज्यसभा में अपने भाषण के दौरान गांधी परिवार में कोई भी नेहरू सरनेम का इस्तेमाल क्यों नहीं करता, पूछे जाने पर विवाद पैदा हो गया है। कांग्रेस ने इस बयान की कड़ी आलोचना की है। यह विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोशल मीडिया पर तमाम नेता इसको लेकर टिप्पणी कर रहे हैं। इसको लेकर भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित ने ट्वीट किया, "अगर प्रियंका वाड्रा के बेटे रेहान अपना नाम रेहान राजीव गांधी लिख सकते हैं तो परिवार में कोई नेहरू सरनेम का इस्तेमाल क्यों नहीं करता? शर्म आती है?"
भाजपा नेता सीटी रवि ने भी कांग्रेस नेताओं पर कटाक्ष किया और कहा, "नेहरू वंश द्वारा चुराया गया" गांधी "सरनेम भारत का सबसे बड़ा घोटाला है। क्या इंदिरा प्रियदर्शिनी अपने पिता नेहरू से शर्मिंदा थीं कि उन्होंने इंदिरा गांधी को बदल दिया? और क्या प्रियंका वाड्रा अपने पति के नाम से इतनी शर्मिंदा हैं कि उन्होंने अपने बेटे का नाम रेहान राजीव गांधी रखा है?
दरअसल यह सरनेम विवाद उस समय चर्चा में आया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान गांधी परिवार पर चुटकी लेते हुए पूछा कि उन्होंने भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के वंशज होने के बावजूद अपने अंतिम नाम के रूप में नेहरू का इस्तेमाल क्यों नहीं किया।
पीएम मोदी ने सवाल करते हुए कहा, "मैंने अखबारों में पढ़ा था कि कम से कम 600 योजनाओं के नाम गांधी-नेहरू के नाम पर रखे गए थे। मैं यह समझने में विफल हूं कि उनके (जवाहर लाल नेहरू) वंशज उनके अंतिम नाम का उपयोग करने से क्यों डरते हैं। अगर वह इतने प्रसिद्ध व्यक्ति थे, तो इसमें शर्म की क्या बात है?"
कांग्रेस ने पीएम मोदी की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए पूछा कि भारत में कौन अपने नाना के उपनाम का उपयोग करता है। पार्टी के महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''ऐसे जिम्मेदार पद पर बैठा कोई व्यक्ति भारत की संस्कृति को नहीं जानता या समझता है...ऐसा ही बोलेगा...आप देश के किसी भी व्यक्ति से पूछ सकते हैं, जो नाना-नानी का इस्तेमाल करता है उपनाम?"