नई दिल्ली, 14 सितंबर: 17 सितंबर से राष्ट्रीय संघ सेवक (आरएसएस) के तीन दिवसीय कार्यक्रम 'भारत का भविष्य' शुरू होनेवाला है। इस कार्यक्रम से जुड़े निमंत्रण पर बात करते हुए एमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। ओवैसी ने कहा है- 'ये एक ऐसा संगठन है, जो राष्ट्रवाद में यकीन नहीं रखता है। जो बेवकूफी और नादानी प्रणब मुखर्जी ने संघ के कार्यक्रम में जाकर की थी, वो मैं गलती नहीं दोहराउंगा।'
दरअसल हैदराबाद में पत्रकारों ने ओवैसी से ये सवाल पूछा था कि क्या वो संघ के निमंत्रण को स्वीकार करेंगे। जिसका जवाब देते हुए उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वो संघ की किसी भी कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण नहीं स्वीकार करेंगे।
गौरतलब है कि 17 सितंबर से दिल्ली के विज्ञान भवन में संघ के तीन दिवसीय कार्यक्रम 'भारत का भविष्य' का आयोजन होना है। अपने इस कार्यक्रम के लिए संघ 70 देश के हाई कमीशन के अलावा देश की अलग-अलग पार्टियों के नेताओं को भी बुलाने वाला है। जिसमें सबसे चर्चित नाम कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का है।
बता दें कि इससे पहले आरएसएस वालों ने अपने कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस नेता प्रणब मुखर्जी को बुलाया था। प्रणब मुखर्जी ने न्यौता स्वीकार करते हुए कार्यक्रम में शामिल भी हुए थे, जिसके बाद जमकर बवाल हुआ था।उनकी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी समेत कई कांग्रेसी नेता नाराज हो गए थे। बाद में प्रणब मुखर्जी की एक फोटो भी वायरल हुई थी, जिसमें वो संघ प्रमुख और बाकी स्वयंसेवकों के साथ ध्वज प्रणाम कर रहे थे। हालांकि वो फोटो पूरी फेक थी। उस फोटोशॉप के जरिए बनाया गया था।