पाकिस्तानी शरणार्थियों को संबोधित करते हुए भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विपक्ष पर हमला बोला। 'मैं विपक्ष से पूछता हूं कि CAA में दिक्कत क्या है? राहुल गांधी से कहता हूं कि 10 लाइन CAA पर बोलकर दिखा दें। कांग्रेस का दुर्भाग्य है कि उनका नेतृत्व कमजोर है। वे देश को गुमराह कर रहे हैं।'
भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि नागरिकता संशोधन विषय हमारे घोषणा पत्र से लेकर हमारी सोच में शुरू से विद्यमान था। देश की जनता ने हमें ताकत दी, हमारे सांसद चुनकर आए, और सांसदों के माध्यम से ही कानून बनता है। इस तरह आपको नागरिकता देने का काम हुआ है।
नड्डा ने कहा कि देश का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ, 1947 में लाखों लोगों को अपने घर, संस्कृति को छोड़कर जान बचाकर यहां आना पड़ा। उस दौरान 20वीं सदी का सबसे बड़ा नरसंहार हुआ, लाखों लोग मारे गए थे। उस समय महात्मा गांधी ने कहा था कि जो लोग पाकिस्तान में हैं और हिन्दू, जैन और बौद्ध होने के कारण सुरक्षित नहीं है, उन्हें भारत लाने का प्रयास किया जाना चाहिए और उन्हें जीवन जीने का अधिकार दिया जाना चाहिए।
सीएए से पहले भारत आए शरणार्थियों के बच्चों के स्कूल-कॉलेजों में दाखिला नहीं होता था, वो भारत में अपना घर नहीं बना सकते थे, नरेन्द्र मोदी जी ने आपका रास्ता साफ किया है। अब आप भारत के नागरिक हैं और भारत के नागरिक के सभी अधिकार आपको प्राप्त हैं। मोदी जी ने जब नागरिकता संशोधन कानून बना दिया, जिसके आधार पर शरणार्थियों को नागरिकता मिल रही है, तब विपक्षियों ने वोटबैंक की राजनीति करते हुए, लोगों को गुमराह करना शुरु किया। विपक्षी दल लोगों को गुमराह कर रहे हैं कि इससे उनकी नागरिकता चली जाएगी।
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि जो लोग भारत में आये हैं उनमें से अधिकांश दलित हैं। कोई पाकिस्तान से आया है और कोई बांग्लादेश से। जो लोग अपने जीवन यापन की लड़ाई लड़ रहे हैं, ऐसे लोगों को मोदी जी ने नागरिकता देकर मुख्यधारा में लाने का काम किया है।
भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया और कांग्रेस नेता को चुनौती दी कि इस कानून पर 10 वाक्य बोलकर दिखाएं। नड्डा ने यहां सीएए के समर्थन में एक बौद्ध संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा कि देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग मुद्दे को समझे बिना अपना ज्ञान दिखाते हैं ताकि लोगों को गुमराह किया जा सके।
भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘कांग्रेस सीएए का विरोध कर रही है। मैं राहुल गांधी को चुनौती देता हूं कि कानून पर 10 वाक्य बोलकर दिखाएं। वह हमें दो वाक्य में बता दें कि सीएए को लेकर उन्हें क्या दिक्कत है। वह इतनी बड़ी पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं और उन्हें खुद तय करना है कि यह काम उन्हें कैसे करना है, लेकिन उन्हें देश को गुमराह नहीं करना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून में संशोधन पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के उन अल्पसंख्यकों के लिए है जिन्हें उन देशों में सालों तक धार्मिक प्रताड़नाएं सहनी पड़ी हों और उन्होंने बाद में भारत में शरण ली हो। नड्डा ने कहा कि महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी जैसे नेताओं ने इन पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने की वकालत की थी लेकिन कांग्रेस में अब कोई नेता नहीं है जो इस मुद्दे को समझ सके।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने दूसरी बार सत्ता में आने के बाद से छह महीने में ऐसे मुद्दों को सुलझा लिया जो 70 साल से लंबित थे। विपक्षी दलों के पास कोई मुद्दा नहीं बचा और वे देश को गुमराह करने के लिए सीएए का इस्तेमाल कर रहे हैं।
नड्डा ने कहा, ‘‘कांग्रेस और वामदलों के लिए उनका वोट बैंक देश से पहले आता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए देश पहले और वोट बाद में हैं।’’ उन्होंने कहा कि आलोचक दावा कर रहे हैं कि इस कानून के बाद करोड़ों लोग भारत में आकर बस जाएंगे, लेकिन तथ्य यह है कि यह उन लोगों के लिए है जो 31 दिसंबर, 2014 तक यहां आये थे।
भाजपा नेता ने कहा कि विपक्षी दल समस्याओं को लंबे समय तक अनसुलझा रखने में भरोसा रखते हैं ताकि वे उन पर सियासत कर सकें लेकिन मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 जैसे मुद्दों पर ध्यान दिया है। नड्डा ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून का विरोध कर रहे लोग वास्तव में देश को कमजोर कर रहे हैं।