नई दिल्ली, 19 मई। गुजरात सरकार में रमेशचंद्र फेफर नाम के अधिकारी ने दावा करते हुए कहा है कि वह भगवान है। उन्होंने अपने आप को भगवान विष्णु का दसवां अवतार कल्कि बताते हुए ऑफिस जाने से मना कर दिया है। फेफर का कहना है कि मैं भगवान कल्कि हूं। ऑफिस नहीं आ सकता हूं क्योंकि मैं विश्व के लोगों की अंतरात्मा को बदलने के लिए ‘तपस्या’ कर रहा हूं। गुजरात सरकार में सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी में अधीक्षण अभियंता के पद पर तैनात रमेशचंद्र फेफर ने कारण बताओ नोटिस का जवाब देते हुए ये बात कही है।
उन्होंने कारण बताओ नोटिस का जवाब देते हुए कहा है कि तपस्या के चलते ही देश में अच्छी बारिश हो रही है। वहीं राजकोट स्थित अपने आवास पर मीडिया बातचीत में फेफर ने कहा है कि, ‘आप विश्वास नहीं करेंगे लेकिन मैं भगवान विष्णु का दसवां अवतार हूं कल्कि हूं और आने वाले दिनों में मैं इसे साबित कर दूंगा। मैं मार्च 2010 में कार्यालय में था तो मैंने महसूस किया कि मैं कल्कि अवतार हूं। तब से मेरे पास दिव्य शक्तियां हैं।’
कुछ दिन पहले ही फेफर को कारण बताओ नोटिसा जारी किया गया था। उन्होंने अपने जवाब में उम्र के पांचवें दशक में पहुंच चुके फेफर ने कहा कि वह कार्यालय नहीं आ सकता है क्योंकि मैं तपस्या में लीन हूं। फेफर ने अपने दो पन्नों के जवाब में कहा है, ‘मैं उम्र के पांचवें दशक में प्रवेश करने के साथ ही विश्व के लोगों की अंतरात्मा के बदलाव के लिए अपने घर में तपस्या कर रहा हूं। मैं ऑफिस में बैठ कर इस तरह की तपस्या नहीं कर सकता हूं।’ अधिकारी ने दावा किया कि उसकी तपस्या के कारण ही भारत में पिछले 19 साल से अच्छी बारिश हो रही है।
रमेश चंद्र ने कहा कि अब यह सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी को तय करना चाहिए कि एजेंसी के लिए मुझे ऑफिस में बैठा कर समय पास करवाना महत्वपूर्ण है कि देश को सूखे से बचाने के लिए कुछ ठोस काम करना।
फेफर ने दावा किया, ‘क्योंकि मैं कल्कि अवतार हूं इसलिए भारत में अच्छी बारिश हो रही है।’ नोटिस के अनुसार फेफर पिछले आठ महीने में वडोदरा स्थित अपने ऑफिस में केवल 16 दिन उपस्थित रहे हैं। सरदार सरोवर परियोजना से प्रभावित लोगों के पुनर्वास का काम सरदार सरोवर पुनर्वासवत एजेंसी देख रही है।