विवादों में आया हिन्दू महासभा का कैलेंडर, मक्का को बताया मक्केश्वर महादेव मंदिर
By कोमल बड़ोदेकर | Updated: March 21, 2018 05:16 IST2018-03-21T05:16:45+5:302018-03-21T05:16:45+5:30
इस कैलेंडर में कुतुब मीनार को विष्णु स्तंभ बताया गया है। वहीं, ताजमहल को तेजो महालय शिव मंदिर बताया गया है

विवादों में आया हिन्दू महासभा का कैलेंडर, मक्का को बताया मक्केश्वर महादेव मंदिर
नई दिल्ली, 21 मार्च। हिन्दू महासभा का एक कैलेंडर इन दिनों विवादों के चलते सुर्खियों में है। हिन्दू महासभा की अलीगढ़ इकाई ने रविवार को हिन्दू नववर्ष के उपलक्ष्य में एक कैलेंडर जारी किया है। जिसको लेकर विवाद शुरू हो गया है। इस कैलेंडर में ताजमहल सहित 7 मस्जिद और मुगलकाल के स्मारकों की तस्वीरें लगाई गई हैं और दावा किया है कि ये मुगलकालीन इमारते हिन्दुओं के आस्था स्थल और मंदिर है।
इस कैलेंडर में मुस्लिमों के सबसे बड़े तीर्थ स्थल मक्का को मक्केश्वर महादेव मंदिर बताया गया है। इसमें यह संदेश छापा गया है कि यहां कभी शिव मंदिर था इसलिए शिवलिंग आज भी खंडित अवस्था में मौजूद है। इस कैलेंडर में जौनपुर के अटाला मस्जिद को अटाला देवी मंदिर और बाबरी मस्जिद को राम जन्मभूमि बताया गया है। इसमें बताया गया है कि यहां मिले राम मंदिर के अवशेष प्रमाणित करते हैं कि कभी यहां भव्य मंदिर था।
यही नहीं, कैलेंडर में कुतुब मीनार को विष्णु स्तंभ बताया गया है। वहीं, ताजमहल को तेजो महालय शिव मंदिर, मध्य प्रदेश के कमल मौला मस्जिद को भोजशाला और काशी की ज्ञानव्यापी मस्जिद को विश्वनाथ मंदिर बताया गया है।
इस मामले पर महासभा के राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडे का कहना है कि हमने नए साल के मौके पर हवन का आयोजन किया है और इस देश को एक हिंदू राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है।