शिमला: बारिश के कारण पिछले चार दिनों में 70 से अधिक लोगों की मौत के कारण बड़े पैमाने पर हुई तबाही के बीच, हिमाचल प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य को 'प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र' घोषित करने का फैसला किया है। यह आदेश तब आया है जब राज्य में लगातार बारिश के बीच कई जिलों में भयानक भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं हो रही हैं।
आदेश में कहा गया है, ''मानव जीवन की हानि और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे और निजी संपत्ति की क्षति, विनाश और क्षति की अभूतपूर्व गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार ने पूरे हिमाचल प्रदेश राज्य को प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित करने का निर्णय लिया है।''
हिमाचल प्रदेश में रविवार से भारी बारिश हो रही है, जिसकी वजह से शिमला समेत कई जिलों में भूस्खलन हुआ है। मुख्यमंत्री ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि बचाव अभियान पूरे जोरों पर हैं और राज्य सरकार अपने संसाधनों के जरिए प्रभावित परिवारों, खासकर उन लोगों की मदद करने का प्रयास कर रही है जिनके घर अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन में क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ''केंद्रीय दलों ने नुकसान के आकलन के लिए प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया है और हमें केंद्र से समय पर मदद की जरूरत है।'' उन्होंने कहा कि राज्य को अनुमानत: 10,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। शिमला के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संजीव कुमार गांधी ने कहा कि समर हिल इलाके में एक शिव मंदिर के मलबे से एक और शव बरामद होने के साथ ही बारिश से प्रभावित हिमाचल प्रदेश में मरने वालों की संख्या 75 हो गई है।
इनमें से 22 लोगों की मौत शिमला में समर हिल में स्थित शिव मंदिर, फागली और कृष्णानगर में हुए भूस्खलन में हुई। छह लोगों के अब भी मंदिर के मलबे में दबे होने की आशंका है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, 24 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से हिमाचल प्रदेश में बारिश से संबंधित घटनाओं में 217 लोगों की मौत हुई है और 11,301 घर आंशिक या पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। राज्य में कुल 506 सड़कें अब भी बंद हैं और 408 ट्रांसफार्मर तथा 149 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हैं।
पिछले तीन दिन में कांगड़ा जिले के बाढ़ग्रस्त इलाकों से 2,074 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सुक्खू ने पहले कहा था कि राज्य को इस मानसून में भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हुए बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण में एक साल लगेगा।
(एजेंसी इनपुट के साथ)