कालका और शिमला के बीच नई ट्रेन हिम दर्शन एक्सप्रेस आज से शुरू हो गई है। इस खास ट्रेन की छत पर शीशे लगे हुए हैं, जिनसे यात्री पहाड़ पर चलती ट्रेन से शिमला की वादियों का खास नजारा ले सकते हैं।
रेलवे ने विश्व धरोहर में शामिल कालका-शिमला मार्ग पर शीशे की छत वाली सात बोगियों की विस्टाडोम ट्रेन बुधवार को शुरू कर दी। कालका स्टेशन पर रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि गुब्बारों से सजी लाल रंग की ट्रेन हरियाणा के कालका स्टेशन से सुबह करीब सात बजे रवाना हुई। अधिकारी ने बताया कि ‘हिम दर्शन’ ट्रेन में 100 से अधिक यात्रियों के बैठने की क्षमता है और सर्दियों की छुट्टियों और नववर्ष के जश्न के कारण अगले कुछ दिनों के लिए सभी सीटें बुक हैं।
इस साल की शुरुआत में रेलवे ने इस मार्ग पर केवल एक विस्टाडोम बोगी लगायी थी, लेकिन अच्छी प्रतिक्रिया देखते हुए अब वह पूरी ट्रेन में विस्टाडोम बोगियों (शीशे की छत वाले डिब्बों) का इस्तेमाल कर रहा है। शिमला तक इस ट्रेन में सफर करते हुए यात्री शीशे की बनी बोगियों से बर्फ और बारिश वाले बाहर के मनोहर दृश्य का आनंद उठा सकेंगे।
ट्रेन में सवार होने के बाद कालका में एक परिवार ने मीडिया को बताया, ‘‘पारदर्शी छतों के साथ प्रकृति का लुत्फ उठाकर काफी अच्छा लग रहा है। हम कुछ ही दिनों में लौटेंगे। आशा करते हैं कि हमें ट्रेन की यात्रा करते हुए बर्फबारी देखने का मौका मिलेगा।’’
जानिए खासियत
रेलवे द्वारा ट्रेन को आगामी 25 दिसंबर 2019 से अगले वर्ष 24 दिसंबर 2020 तक चलाने का निर्णय लिया गया है।
ट्रेन कालका स्टेशन से सुबह 07.00 बजे चलेगी और 12.55 बजे शिमला पहुंचेगी।
वापसी में ट्रेन शिमला से 15.50 बजे प्रस्थान करेगी और 21.15 बजे कालका पहुंचेगी।
ट्रेन में कुल सात कोच यानी छह फर्स्ट क्लास एसी विस्टाडोम कोच और एक फर्स्ट क्लास कोच शामिल होंगे।
प्रत्येक विस्टाडोम कोच में 15 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता होगी, जबकि प्रथम श्रेणी के कोच में 14 यात्रियों के बैठने की क्षमता है।
आवाजाही करते हुए यह ट्रेन सिर्फ बड़ोग स्टेशन पर 8 मिनट के लिए रुकेगी।
ट्रेन का एक ओर का किराया प्रति सीट 630 रुपये निर्धारित किया गया है।