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उत्तर भारत में बारिश से बिगड़े हालात, 8 की मौत, सेना और राज्य सरकार हाई अलर्ट पर

By भाषा | Updated: September 24, 2018 20:54 IST

भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘‘बारिश के कारण हुए भूस्खलन से अब तक 126 सड़कें प्रभावित हुई हैं और कई जगहों से लोगों के मरने की सूचना मिल रही है।

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नई दिल्ली, 24 सितंबर:  लगातार बारिश से उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में सोमवार को अचानक बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं हुईं, वहीं जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश एवं हरियाणा में बारिश जनित घटनाओं में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गयी। भारी बारिश के मद्देनजर पंजाब में ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया था। पंजाब में मंगलवार को भी शैक्षणिक संस्थान बंद रखने के आदेश दिये गये हैं। जम्मू कश्मीर के डोडा और हिमाचल प्रदेश के अधिकतर स्थानों पर स्कूल बंद रहे।

केदारनाथ और यमुनोत्री जाने के मार्ग बाधित भारी बारिश के चलते भूस्खलन की घटनाएं हुईं जिनके कारण बद्रीनाथ, केदारनाथ और यमुनोत्री जाने के मार्ग बाधित हुए और चारधाम यात्रा भी प्रभावित हुई। वहीं भारी बारिश के बाद जलजमाव होने से राष्ट्रीय राजधानी में भी यातायात प्रभावित हुआ। एक अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश को देखते हुए पंजाब सरकार ने जिला प्रशासनों को किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिये सतर्कता बरतने को कहा है।

पिछले दो दिन से जबरदस्त बारिशपंजाब में पिछले दो दिन से जबरदस्त बारिश हुई और सोमवार भी बारिश होती रही, जिसके कारण राज्य के अधिकारियों ने बाढ़ जैसी स्थितियों से निपटने के लिये तैयारियों की समीक्षा की। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि राज्य में किसी भी तरह के संकट से निपटने के लिये सेना को तैयार रहने के लिये कहा गया है। उन्होंने बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने लगातार बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात के मद्देनजर स्कूल-कॉलेजों को बंद रखने का आदेश दिया है।

हिमाचल प्रदेश में भी मूसलाधार बारिश कृषि विशेषज्ञों ने बताया कि पंजाब एवं हरियाणा में भारी बारिश से खरीफ फसलों को नुकसान पहुंच सकता है और खेतों में पानी भर सकता है। पुलिस ने बताया कि हरियाणा के अंबाला में भारी बारिश के कारण एक मकान के ढह जाने से 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गयी। हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश से अचानक बाढ़ आ गयी जिसके कारण कांगड़ा में एक शख्स और कुल्लू में एक लड़की बह गयी। कुल्लू जिला में हाई अलर्ट जारी किया गया है। 

नदियों एवं नालों के पास नहीं जाने की चेतावनी

हिमाचल प्रदेश के वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि ब्यास नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और इसके कारण अचानक आयी बाढ़ में कई घर बह गये। लोगों को नदियों एवं नालों के पास नहीं जाने की चेतावनी दी गयी है।भारतीय नौसेना की टीम ने पिछले 48 घंटे में कुल्लू जिला के डोबी में अचानक आयी बाढ़ में फंसे 21 लोगों को हेलीकॉप्टर की मदद से बचाया।

126 सड़कें हुई प्रभावित हमीरपुर से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘‘बारिश के कारण हुए भूस्खलन से अब तक 126 सड़कें प्रभावित हुई हैं और कई जगहों से लोगों के मरने की सूचना मिल रही है।’’ अधिकारियों ने बताया कि निचले इलाकों में रह रहे लोगों को वहां से निकाला गया है। पुलिस अधीक्षक मोनिका भुटुनगुरु ने बताया कि चम्बा में रावी नदी अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और प्रशासन रविवार से निचले इलाकों में रह रहे लोगों को निकालने का काम कर रहा है।

जलस्तर पर लगातार सरकार की नजरभाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) ने पंजाब के लिये बाढ़ की चेतावनी जारी करते हुए कहा कि ब्यास नदी जल क्षेत्र में लगातार बारिश से जलस्तर बढ़ जाने के कारण पोंग बांध से अतिरिक्त पानी छोड़ा जायेगा। बीबीएमबी अधिकारियों ने कहा कि वे जलस्तर पर लगातार नजर बनाये हुए हैं। बीबीएमबी अध्यक्ष डी. के. शर्मा ने सोमवार को मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को भाखड़ा और पोंग बांधों में जलस्तर की स्थिति के बारे में अवगत कराया।

45 ग्रामीण सड़कें अवरुद्धलगातार बारिश को देखते हुए व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिये मुख्यमंत्री ने सोमवार को आपात बैठक बुलायी। पंजाब सिंचाई विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि ब्यास नदी से आ रहा पानी राजस्थान होते हुए हरीके की ओर बह रहा है। उत्तराखंड में राजधानी देहरादून सहित अधिकतर स्थानों में बारिश हुई। राज्य आपदा अभियान केन्द्र ने बताया कि इन जिलों में करीब 45 ग्रामीण सड़कें अवरुद्ध हो गये।

कठुआ जिला में अचानक आयी बाढ़ राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में भारी बारिश के चलते जल जमाव होने से शहर में कई प्रमुख चौराहों पर यातायात जाम हो गया। जम्मू कश्मीर के डोडा जिला में भूस्खलन की चपेट में आने से तीन नाबालिग सहित एक ही परिवार के पांच सदस्य जमींदोज हो गये जबकि कठुआ जिला में अचानक आयी बाढ़ में फंसे 29 लोगों को बचाया गया।पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘कठुआ जिला में विभिन्न बाढ़ प्रभावित इलाकों से रात भर चले अभियान में छह महिलाओं और 10 बच्चों समेत कुल 29 लोगों को बचाया गया।’’  मौसम में सुधार देखकर अधिकारियों ने सोमवार सुबह 270 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को यातायात के लिये खोल दिया। मौसम विज्ञान विभाग ने अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में छिटपुट जगहों पर बारिश का पूर्वानुमान जताया है।

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