चंडीगढ़: हरियाणा के नूंह में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है जहां खनन माफिया से भि़ड़ना पुलिस अधिकारी के लिए जानलेवा साबित हो गया। अवैध खनन को रोकने गए तावडू (मेवात) के डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई पर खनन माफियाओं ने डंपर चढ़ा दी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। बिश्नोई अवैध खनन होने की सूचना के बाद उसे रोकने पहुंचे थे।
बताया जा रहा है कि घटनास्थल पर पहुंचने के बाद पुलिस अधिकारी ने पत्थरों से लदे ट्रक को रूकने का इशारा किया था। हालांकि ड्राइवर ने गाड़ी धीमी करने की बजाय उसे तेज कर दिया और सुरेंद्र सिंह बिश्नोई को कुचलता हुआ भाग गया।
आरोपी ड्राइवर फरार हैं और पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। इस बीच घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पुलिस तमाम के आला अधिकारी पहुंच गए हैं।
इस घटना के बाद हरियाणा पुलिस की ओर से ट्वीट किया गया, डीएसपी तावडू सुरेंद्र सिंह ने आज ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति दे दी। हरियाणा पुलिस अपने वीर अधिकारी के शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता है है। अपराधियों को न्याय के दरवाजे तक लाने में कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
सुबह 11 बजे के करीब पहुंची थी पुलिस
सुरेंद्र सिंह बिश्नोई को सूचना मिली थी कि अरावली पर्वत श्रृंखला के पास पचगांव में अवैध रूप से पत्थरों का खनन किया जा रहा है। इसके बाद वह मंगलवार सुबह करीब 11 बजे पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे।
पुलिस कर्मियों को देखते ही अवैध खनन में शामिल लोग मौके से भागने लगे। बिश्नोई ने रास्ते में खड़े होकर पत्थर लदे वाहनों को रुकने का इशारा किया। हालांकि ट्रक के चालक ने उन्हें कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं, अधिकारियों के मुताबिक, डीएसपी के चालक और सुरक्षाकर्मी ने सड़क के किनारे कूदकर अपनी जान बचाई। उन्होंने बताया कि सुरेंद्र सिंह को फौरन पास के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
बता दें कि 8 मार्च को विधानसभा में पेश किए गए 2021-22 के लिए हरियाणा के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार 2014-15 से सितंबर 2021 तक वैध दस्तावेजों के बिना खनिजों के खनन और दूसरे जगह भेजने के 21,450 मामलों का पता चला था। साल 2009 में सुप्रीम कोर्ट के प्रतिबंध के आदेश के बावजूद, अरावली क्षेत्र में कई स्थानों पर लगातार खनन बेरोकटोक जारी है।