गांधीनगर:गुजरात के मंत्री पूर्णेश मोदी ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे से कोई लेना-देना नहीं है। मंत्री का यह बयान विपक्षी कांग्रेस के लगातार आरोपों की पृष्ठभूमि में आया है कि सत्तारूढ़ भाजपा का गोडसे के प्रति नरम रुख है।
इससे पहले सदन में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक पुंजा वंश और शैलेश परमार ने कई मुद्दों पर भाजपा की आलोचना की और कुछ हालिया घटनाओं का हवाला देते हुए दावा किया ये घटनाएं यह दर्शाती हैं कि भाजपा के शासन में महात्मा गांधी के हत्यारे को गुजरात में महत्व दिया जा रहा है।
वंश ने कहा कि एक तरफ हम गांधी की बात करते हैं तो दूसरी तरफ गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की मूर्ति लगाई जा रही है। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय इसे तोड़ऩे वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
वह पिछले साल नवंबर की उस घटना का जिक्र कर रहे थे जब जामनगर में कुछ लोगों ने गोडसे की प्रतिमा स्थापित की थी। इसके बाद, कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रतिमा को तोड़ दिया था।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि यह इस राज्य का दुर्भाग्य है कि स्कूलों में 'माई आइडियल, नाथूराम गोडसे' विषय पर भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। वह हाल ही में वलसाड के एक प्राथमिक विद्यालय में आयोजित भाषण प्रतियोगिता का जिक्र कर रहे थे।
इसके जवाब में कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व पर ‘‘भगवा आतंकवाद’’ की गलत धारणा गढ़ने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि आरएसएस देशभक्त बनाता है और नागरिकों में देशभक्ति की भावना पैदा करता है। उन्होंने कहा कि भाजपा तुष्टीकरण की राजनीति में विश्वास नहीं करती है।
आरएसएस का बचाव करते हुए, उन्होंने कहा कि संगठन अलग-अलग अवधि में तीन प्रतिबंध झेलने के बाद भी बच गया है क्योंकि यह देशभक्ति की भावना पैदा करता है।