नई दिल्लीः गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने इस्तीफा दे दिया है। रुपाणी ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा कि मैं भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ काम करने को तैयार हूं।
2021 में विजय रुपाणी इस्तीफा देने वाले भाजपा के चौथे मुख्यमंत्री हैं। जुलाई में, बीएस येदियुरप्पा ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में इस्तीफा दे दिया था। वहीं, उत्तराखंड में त्रिवेंद्र रावत की जगह तीरथ सिंह रावत ने कुछ ही समय बाद इस्तीफा दे दिया था। गुजरात में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
संवाददाताओं से बातचीत में इस्तीफे की घोषणा करते हुए रुपाणी ने इसकी वजह नहीं बताई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। दिलचस्प बात यह है कि सीएम के संभावित नामों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांधविया, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला और डिप्टी सीएम नितिन पटेल शामिल हैं।
रुपाणी ने दिसंबर, 2017 को शपथ ली थी। गुजरात के मुख्यमंत्री किसी भी भाजपा शासित राज्य में पद छोड़ने वाले चौथे सेवारत मुख्यमंत्री बन गए हैं। जुलाई में बीएस येदियुरप्पा ने भी कर्नाटक के सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था।
मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के साथ चार मंत्री भी थे। भले ही उनके इस्तीफे के पीछे का असली कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन रिपोर्टों से पता चलता है कि पार्टी के साथ उनके कथित मतभेदों ने उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में पद छोड़ने के लिए मजबूर किया होगा।
साथ ही, रिपोर्टों से पता चलता है कि रुपाणी की नीतियों के कारण पार्टी और राज्य के लोगों के बीच अलगाव हुआ था। अपने इस्तीफे के बाद पत्रकारों से बात करते हुए रुपाणी ने कहा कि पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी वह वह लेने के लिए तैयार हैं। मुझे यह जिम्मेदारी देने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं।