नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित निजामुद्दीन की मरकज बिल्डिंग में मौजूद लोगों में से अब तक 24 को कोरोना संक्रमित पाया गया है। यह जानकारी दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दी है।
इसके बाद मंगलवार को नरेंद्र मोदी सरकार की ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GoM) ने निजामुद्दीन मरकज़ मुद्दे पर आज बैठक की। सरकारी सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में कोरोना वायरस पर चर्चा हुई और मंत्रियों को एक विस्तृत ब्रीफिंग दी गई।
बता दें कि दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया है कि मरकज बिल्डिंग में 1500 से 1700 लोग मौजूद हो सकते हैं। इनमें 1033 लोगों को अब तक निकाला गया है और 334 लोगों को अस्पताल ले जाया गया है जबकि 700 लोग को क्वारंटाइन में रखा गया है।
निजामुद्दीन मरकज बिल्डिंग के मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर हाईलेवल मीटिंग जारी है। इस बैठक में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
सोमवार को खबर आई थी कि दिल्ली पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के जवानों ने कुछ दिन पहले आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद कई लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखने के कारण निजामुद्दीन पश्चिम में एक प्रमुख इलाके की घेराबंदी कर दी। एलएनजेपी के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर जे सी पासी ने कहा, ‘‘निजामुद्दीन इलाके से रविवार को एलएनजेपी अस्पताल में 85 लोग और आज 68 लोग लाए गए। यानी अस्पताल के पृथक वार्डों में निजामुद्दीन के 153 लोग भर्ती हैं और उनकी जांच की जा रही है।’’
अधिकारियों ने बताया कि इंडोनेशिया और मलेशिया समेत अनेक देशों के 2000 से अधिक प्रतिनिधियों ने एक से 15 मार्च तक तबलीग-ए-जमात में भाग लिया था। हालांकि स्थानीय लोगों ने कहा कि इस अवधि के बाद भी बड़ी संख्या में लोग जमात के मरकज में ठहरे रहे। अधिकारियों ने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखने के बाद दिल्ली पुलिस, सीआरपीएफ के अधिकारी और मेडिकल दल रविवार रात इलाके में पहुंचे। पुलिस ने कहा कि कोविड-19 के लक्षण के साथ 200 से अधिक लोगों को दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया।