नई दिल्ली: अदालत के आदेशों को संज्ञान में लेते हुए सरकार कोविशील्ड वैक्सीन की दो खुराकों के बीच अंतर को कम कर सकती है जो कि फिलहाल 12 से 16 सप्ताह का है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, हालांकि, सरकार ऐसा केवल निजी टीकाकरण के लिए करेगी.
इसके तहत निजी अस्पताल और क्लिनिक पैसे देकर वैक्सीन लगवाने वाले अपने मरीजों को पहली खुराक के चार सप्ताह बाद ही दूसरी खुराक लेने का विकल्प दे सकती हैं.
दरअसल, इस महीने की शुरुआत में केरल हाईकोर्ट ने पैसे देकर वैक्सीन लगवाने वालों को भी ठीक उसी तरह से कम अंतराल पर दूसरी खुराक लगवाने का विकल्प उपलब्ध कराने का आदेश दिया था, जैसे विदेश जाने वालों को मिल रहा है.
एक सूत्र ने कहा कि हाईकोर्ट ने आदेश दिया है इसलिए उसे पूरा करना होगा. सरकारी कार्यक्रमों के लिए आदर्श अंतराल 12 हफ्ते ही रहेगा.
इस साल कोविड-19 की दूसरी लहर की भयावहता के दौरान वैक्सीन की कमी को देखते हुए सभी को कम से कम एक खुराक वैक्सीन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरकार ने मई में कोविशील्ड वैक्सीन की दो खुराकों के बीच अ्ंतराल को दोगुना कर दिया था.
फिलहाल, स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
भारत का कुल वैक्सीन उत्पादन मई से तिगुना होकर 30 करोड़ खुराक प्रति माह हो गया है.
इसमें से एक चौथाई उत्पादन निजी अस्पतालों द्वारा बेचा जा रहा है जबकि बाकी सरकार बिना किसी शुल्क के उपलब्ध करा रही है.
भारत ने अपने 94.4 करोड़ वयस्कों में से 65 फीसदी को कोविड-19 वैक्सीन की कम से कम एक खुराक और 22 फीसदी को दोनों खुराक उपलब्ध करा चुका है.