पणजी:कांग्रेस छोड़ने और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल होने के एक महीने के अंदर ही गोवा के पूर्व विधायक एलेक्सो रेजिनाल्डो लौरेंको ने रविवार को ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी छोड़ दी। गोवा में 14 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने वाला है।
लौरेंको कर्टोरिम से विधायक थे और कांग्रेस की गोवा इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष थे, जब उन्होंने दिसंबर में पार्टी और राज्य विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था।
लौरेंको ने बनर्जी को टीएमसी छोड़ने के अपने फैसले के बारे में सूचित करने के लिए एक पत्र भेजा है लेकिन उसमें उन्होंने पार्टी छोड़ने का कोई कारण नहीं बताया है। एक आधिकारिक घोषणा में टीएमसी सांसद और पार्टी की गोवा प्रभारी महुआ मोइत्रा ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की है।
इस बीच, भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए माइकल लोबो ने लौरेंको को कांग्रेस में लौटने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने ट्वीट किया कि गोवा कांग्रेस को मजबूत करने के लिए और गोवा में 2022 में कांग्रेस सरकार बनाने के हमारे उद्देश्य को बढ़ावा देने के लिए मैं एलेक्सो रेजिनाल्डो लौरेंको से हमारे साथ वापस आने का अनुरोध करता हूं।
ऐसी संभावनाएं जताई जा रही हैं कि वे कांग्रेस में वापसी कर सकते हैं लेकिन उन्होंने कहा कि मैं अगले एक या दो दिन में अपनी आगे की रणनीति का खुलासा करूंगा।
कांग्रेस की पहली मतदाता सूची में नाम आने के बाद बीते 21 दिसंबर को लौरेंको ने टीएमसी का दामन थाम लिया था। कांग्रेस ने लौरेंको के इस्तीफे पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि विश्वासघात करने वाले लोगों को परिणाम भुगतने होंगे और लौरेंको के विधानसभा क्षेत्र के मतदाता उन्हें "ठीक सबक" सिखाएंगे।
कर्टोरिम विधानसभा क्षेत्र के बनते-बिगड़ते समीकरण:
लौरेंको के हर कदम के साथ ही कर्टोरिम विधानसभा क्षेत्र के समीकरण भी बन-बिगड़ रहे हैं। लौरेंको के इस्तीफे के बाद कांग्रेस पूर्व जिला पंचायत सदस्य मोरेनो रेबेलो को अपना उम्मीदवार बनाना चाहती थी लेकिन 10 दिसंबर को ही वे भाजपा में शामिल हो गए थे और भाजपा ने उन्हें कर्टोरिम से ही अपना उम्मीदवार बना दिया था।
लेकिन लौरेंको के कांग्रेस छोड़ने के बाद कांग्रेस में बेहतर संभावनाएं देखते हुए रेबेलो 20 दिन के अंदर ही भाजपा से इस्तीफा देकर वापस कांग्रेस में आ गए थे। यही कारण है कि कांग्रेस अभी तक कर्टोरिम से अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं कर पाई है।