कांग्रेस की G-23 की हलचल के बीच सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद बोले गुलाम नबी आजाद- नेतृत्व पर कोई सवाल ही नहीं था
By विनीत कुमार | Published: March 18, 2022 08:08 PM2022-03-18T20:08:32+5:302022-03-18T20:15:04+5:30
गुलाम नबी आजाद ने शनिवार शाम सोनिया गांधी से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उनकी ये सामान्य मुलाकात थी। उन्होंने साथ ही कहा कि कभी भी पार्टी में नेतृत्व को लेकर कोई सवाल नहीं था।
नई दिल्ली: पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव में बेहद खराब प्रदर्शन के बाद कांग्रेस में हलचल मची है। हाल में कांग्रेस के असंतुष्ट जी-23 नेताओं की लगातार बैठकें भी पार्टी में किसी बड़े बदलाव के संकेत दे रही थीं। इन सबके बीच शुक्रवार को असंतुष्ट नेताओं के गुट के माने जाने वाले गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी से 10 जनपथ में मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद आजाद ने पत्रकारों से कहा कि ये सामान्य मुलाकात थी।
नेतृत्व को लेकर कोई सवाल नहीं है: आजाद
गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा, 'ये एक अच्छी मुलाकात थी। ये मुलाकात आपके लिए खबर हो सकती है लेकिन ये अध्यक्ष के साथ सामान्य मुलाकात थी।'
आजाद ने आगे कहा, 'चर्चा इस बात पर थी कि कांग्रेस पार्टी एकजुट होकर आगामी चुनावों की तैयारी कैसे कर सकती है। इसके अलावा कुछ बात नहीं हुई। नेतृत्व पर कोई सवाल ही नहीं था। किसी ने भी सोनिया गांधी को सीडब्ल्यूसी में पद छोड़ने के लिए नहीं कहा था।'
आजाद ने कहा, 'संगठन को मजबूत बनाने के लिए सोनिया गांधी जी चर्चा होती रही है। कुछ दिनों पहले कार्य समिति की बैठक हुई थी और कार्य समिति से सुझाव मांगे गए थे कि हार के क्या कारण हैं और कैसे पार्टी को मजबूत करना है। मैंने भी अपने सुझाव दिए थे...आज मैंने संगठन को मजबूत करने के लिए अपने सुझाव को दोहराया है।'
कपिल सिब्बल के बयान पर 'नो कमेंट'
कपिल सिब्बल की ओर से गांधी परिवार को नेतृत्व छोड़ने का सुझाव दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर आजाद ने कोई टिप्पणी नहीं की। ‘जी-23’ की मांगों को लेकर उन्होंने कहा, 'पार्टी में कुछ मांगें होती हैं, वो सार्वजनिक रूप से नहीं होती हैं...वह कांग्रेस की अध्यक्ष हैं हम लोग कांग्रेस के नेता हैं।'
बता दें कि सोनिया गांधी के साथ आजाद की मुलाकात से एक दिन पहले गुरुवार को जी-23 के सदस्य भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी। सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी के साथ उनकी एक घंटे से अधिक समय तक चली मुलाकात के दौरान हालिया विधानसभा चुनाव के नतीजों और पार्टी को मजबूत करने के संदर्भ में चर्चा हुई।
गौरतलब है कि ‘जी 23’ समूह पार्टी में संगठनात्मक बदलाव और सामूहिक नेतृत्व की मांग कर रहा है। हालिया विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद इस समूह की सक्रियता बढ़ गई है। इसके एक और प्रमुख सदस्य कपिल सिब्बल ने पिछले दिनों कहा था कि गांधी परिवार को कांग्रेस का नेतृत्व छोड़ देना चाहिए और किसी अन्य नेता को मौका देना चाहिए। इसके बाद गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले कुछ नेताओं ने सिब्बल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।