जम्मू:कांग्रेस (Congress) पार्टी छोड़ने के एक महीने बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने अपनी पार्टी का नाम 'डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी' रखने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने अपनी नई पार्टी के झंडे का अनावरण भी किया। यही नहीं, इस दौरान उन्होंने अपने पार्टी के झंडे में मौजूद रंगों का अर्थ भी बताया।
उन्होंने कहा कि मस्टर्ड कलर रचनात्मकता और विविधता में एकता को इंगित करता है, सफेद शांति को इंगित करता है और नीला समुद्र की गहराई से आकाश की ऊंचाइयों तक स्वतंत्रता, खुली जगह, कल्पना और सीमाओं को इंगित करता है। आजाद ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया और कहा कि उनकी पार्टी को उर्दू के साथ-साथ संस्कृत में भी लगभग 1,500 सुझाव मिले हैं।
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मेरी नई पार्टी के नाम हमें उर्दू और संस्कृत में भेजे गए थे। हिंदी और उर्दू का मिश्रण हिंदुस्तानी है। हम चाहते हैं कि नाम लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण और स्वतंत्र हो। कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद अपनी पहली जनसभा में आजाद ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
आजाद ने पहले कहा था, "मैंने अभी तक अपनी पार्टी के लिए नाम तय नहीं किया है। जम्मू-कश्मीर के लोग पार्टी का नाम और झंडा तय करेंगे। मैं अपनी पार्टी को एक हिंदुस्तानी नाम दूंगा जिसे हर कोई समझ सके। मेरी पार्टी पूर्ण राज्य का दर्जा, जमीन का अधिकार और मूल निवासी को रोजगार देने पर ध्यान केंद्रित करेगी।" बता दें कि आजाद ने हाल ही में कांग्रेस के साथ अपना लगभग 50 साल पुराना रिश्ता खत्म कर लिया।
राहुल गांधी और कांग्रेस की आलोचना करते हुए आजाद ने कहा था कि पार्टी को उसके कार्यकर्ताओं ने अपने खून से बनाया है, न कि कंप्यूटर और ट्विटर से। आजाद ने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के पूर्व सहयोगी उन्हें 'बदनाम' करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस के लोग अब बसों में जेल जाते हैं, डीजीपी या आयुक्तों को बुलाते हैं, अपना नाम लिखवाते हैं और एक घंटे के भीतर चले जाते हैं।
कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे अपने त्याग पत्र में गुलाम नबी आजाद ने पार्टी नेतृत्व, विशेष रूप से राहुल गांधी पर निशाना साधा था और आरोप लगाया था कि वह एक "गैर-गंभीर व्यक्ति" और "अपरिपक्व" हैं।