राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सही कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जनता के हित में नहीं बल्कि पूंजीपतियों के हित में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने बडे़ पैमाने पर राष्ट्रीय संपत्तियों को बेचने को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है जिसे कांग्रेस ने 70 वर्षों में बनाने में मदद की थी। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय मौद्रिकरण पाइपलाइन (एनएमपी) की घोषणा को मंगलवार को युवाओं के ‘भविष्य पर आक्रमण’ करार दिया और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 70 साल में जनता के पैसे से बनी देश की बहुमूल्य संपत्तियों को अपने कुछ उद्योगपति मित्रों को ‘उपहार’ के रूप में दे रहे हैं। नयी दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने यह दावा भी किया कि एनएमपी से कुछ कंपनियों का एकाधिकार हो जाएगा जिस कारण देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिल पायेगा। गहलोत ने इसका समर्थ करते हुए कहा कि ‘‘राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार जो गलती कर रही है उससे पूरा देश चिंतित है। इससे हमारी अर्थव्यवस्था नष्ट हो जायेगी। जिन क्षेत्रों को बेचा जा रहा है या उनका निजीकरण किया जा रहा है उनमें रणनीतिक संपत्तियां शामिल हैं।’’ राहुल गांधी के संवाददाता सम्मेलन पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि इसमें लाभ कमाने वाले क्षेत्र भी शामिल हैं। सरकार ने हितधारकों, यूनियन कार्यकर्ताओं और यहां तक कि विपक्ष के साथ भी इस बारे में चर्चा नहीं की।
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