G20 Summit 2023: जी20 शिखर सम्मेलन दिल्ली में हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 सितंबर को ब्राजील के राष्ट्रपति लूला को जी20 अध्यक्ष पद की कमान सौंपेंगे। ब्राजील एक दिसंबर को औपचारिक रूप से जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। G20 अंतरसरकारी मंच है, जिसमें 19 देश और यूरोपीय संघ (EU) शामिल हैं। G20 की स्थापना 1999 में की गई थी।
सदस्य देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं। समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के अलावा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा उन जी20 नेताओं में से हैं। जो शिखर सम्मेलन में अपनी भागीदारी की पहले ही पुष्टि कर चुके हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता को लेकर उत्सुक हैं। इस दौरान वह जलवायु परिवर्तन और विश्व बैंक तथा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों में सुधार पर चर्चा कर सकते हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में भारत की पहली यात्रा पर बाइडन जी20 सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ का स्वागत करेंगे। यह भारत की पहल है जिसका दुनियाभर के नेताओं ने समर्थन किया है।
जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान सुरक्षा स्थिति की निगरानी करेंगे सक्सेना
दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना दिल्ली के पुलिस आयुक्त के साथ लगातार संपर्क में रहेंगे और जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा स्थिति की निगरानी करेंगे। यह जानकारी राज निवास के अधिकारियों ने शुक्रवार को दी। अधिकारियों के मुताबिक, सक्सेना पुलिस मुख्यालय में दिल्ली पुलिस के ‘कमांड रूम’ के साथ लगातार संपर्क में रहेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘वह पुलिस आयुक्त के संपर्क में रहेंगे और नियंत्रण कक्ष में स्थापित हाई-टेक उपकरणों के माध्यम से हर सड़क और होटल में जी20 की जरूरतों पर विस्तृत नजर रखेंगे तथा शहर में घटनाक्रम की सीधी जानकारी लेंगे।’’ सक्सेना ने हाल ही में नियंत्रण कक्ष का दौरा किया था जहां उन्हें सूचित किया गया था कि शहर के विभिन्न हिस्सों में स्थापित 5,000 से अधिक सीसीटीवी से फुटेज चौबीस घंटे सीधे नियंत्रण कक्ष को मिलेंगे। 25 सुरक्षाकर्मियों वाली दो टीम अलग-अलग पाली में उनकी निगरानी करेंगी।
अधिकारियों ने कहा कि नियंत्रण कक्ष को जिलेवार दृश्य प्राप्त होते हैं और शहर और इसकी सड़कों के छोटे से छोटे घटनाक्रम पर नजर रखने के लिए 30 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के लिए एक विशेष ‘कमांड रूम’ स्थापित किया गया है। नियंत्रण कक्ष में दो विशाल स्क्रीन लगायी गई हैं जिनमें छवियों को बड़ा किया जा सकता है और जिसमें अन्य सामान्य आकार के मॉनिटर भी हैं।
अधिकारियों ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि सब कुछ बिना किसी गड़बड़ी के हो, नियंत्रण कक्ष में तकनीकी विशेषज्ञ भी तैनात हैं। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस आयुक्त ने उपराज्यपाल को अवगत कराया कि वे हर जिले से चौबीस घंटे जानकारी एकत्र कर रहे हैं और पुलिसकर्मियों की पर्याप्त तैनाती की गई है।
उन्होंने बताया कि सक्सेना ने उन क्षेत्रों का दौरा किया जहां शिखर सम्मेलन के प्रतिनिधियों द्वारा दौरा किए जाने की संभावना है। उपराज्यपाल ने अत्यधिक संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। अति विशिष्ट इलाकों के अलावा शहर के उन संवेदनशील हिस्सों में भी हाई-रिजॉल्यूशन वाले सीसीटीवी लगाए गए हैं, जहां पहले दिक्कतें सामने आ चुकी हैं।
(इनपुट एजेंसी)