दिल्ली: तिहाड़ जेल में बंद जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के पूर्व अध्यक्ष और अलगाववादी नेता यासीन मलिक को टेटर फंडिग मामले में कोर्ट आज सजा का ऐलान करने वाली है।
इस मामले में पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने विरोध करते हुए उनके लिए विवादित ट्वीट करते हुए होने वाली सजा का विरोध करते हुए मामले में यूएन से दखल देने की मांग की है।
शाहीद अफरीदी ने इस मामले में ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा, "भारत अपने ज़बरदस्त मानवाधिकार हनन के खिलाफ आलोचनात्मक आवाज़ों को चुप कराने के लिये निरंतर निरर्थक प्रयास कर रहा है। यासीन मलिक के खिलाफ मनगढ़ंत आरोप लगाकर वो कश्मीर की आजादी के संघर्ष को रोक नहीं पाएंगे। मैं यूएन आग्रह करता हूं कि वो कश्मीरी नेताओं के खिलाफ अनुचित और अवैध ट्रायल का नोटिस ले।"
मालूम हो कि इससे पहले पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ओर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ पार्टी के प्रमुख इमरान खान भी यासीन मलिक को कश्मीर का स्वंतत्रता सेनानी बता चुके हैं।
इस मामले से पहले भी अफरीदी भारत के कई आंतरिक मामलों में दखल देते रहे हैं और खबरों में बने रहने के लिए भारत संबंधित कई मुद्दों पर नाहक ही ट्वीट करते रहते हैं।
मालूम हो कि दिल्ली की स्पेशल एनआईए कोर्ट यासिन मलिक को टेटर फंडिंग के मामले में आज सजा सुनाने वाली है। यासीन मलिक ने बीते 9 मई को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में स्पेशल जज प्रवीण सिंह के सामने एनआईए द्वारा टेटर फंडिंग से जुड़े आरोपों को कबूल किया था।
वहीं आज चूंकि यासीन मलिक मामले में दिल्ली की कोर्ट सजा का ऐलान करने वाली है। इसलिए श्रीनगर सहित घाटी के तमाम हिस्सों में तनाव अपने चरम पर है लेकिन सुरक्षा बल किसी भी तरह की हिंसक गतिविधियों को रोकने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद हैं।
यासीन मलिक के मामले में कानून के जानकारों का कहना है कि कोर्ट उन्हें टेटर फंडिंग के अपराध के कबूलनामें के लिए अधिकतम फांसी या फिर उम्र कैद की सजा सुना सकती है।