Parliament Monsoon Session: संसद के मानसून सत्र में विपक्षी दलों के लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के तीसरे और आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया। पीएम ने कहा कि आपने इस प्रस्ताव पर किस तरह की चर्चा की है। मैं सोशल मीडिया पर देख रहा हूं कि ‘आपके दरबारी भी बहुत दुखी हैं’। विपक्ष ने फील्डिंग का आयोजन किया, लेकिन चौके-छक्के यहीं से लगे। विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव पर नो बॉल फेंक रहा है। इधर से सेंचुरी लग रही है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, "भारत की उपलब्धियों पर कांग्रेस समेत कुछ दलों को ऐतराज है। जो सच्चाई दुनिया को दूर से देखती है वो इनको नहीं दिखता है। अविश्वास और घमंड इनकी रगों में रच-बस गया है। वो जनता के विश्वास को कभी देख नहीं पाते हैं। ये जो शुतुरमुर्ग एप्रोच है इसके लिए देश क्या कर सकता है। पुरानी सोच वाले होते हैं तो वो कहता है कि जब शुभ होता है, कुछ मंगल होता है तो काला टीका लगा देते हैं। आज जब देश का मंगल हो रहा है तो आपको धन्यवाद करता हूं कि काले ड्रेस में आकर आपने इस मंगल को सुरक्षित करने काम किया है। इसके लिए धन्यवाद करता हूं।"
कई महत्वपूर्ण बिलों पर विपक्ष की अनुपस्थिति पर तंज कसते हुए पीएम ने कहा, "कई ऐसे बिल थे जो गांव, गरीब, पिछड़ों, आदिवासी के कल्याण की चर्चा के लिए थे। उनके भविष्य से जुड़े हुए थे। लेकिन इसमें उनकी कोई रुचि नहीं थी। देश की जनता ने जिस काम के लिए उनको भेजा है, उस जनता के साथ भी उन्होंने विश्वासघात किया है। विपक्ष ने अपने आचरण से अपने व्यवहार से ये सिद्ध कर दिया है कि उनके लिए देश से बड़ा दल है। आपको गरीब की भूख की चिंता नहीं है बल्कि सत्ता की भूख आपके दिमाग में सवार है। आपको अपने राजनीतिक भविष्य की चिंता है।"
विपक्षी एकता पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा, "आप जुटे तो अविश्वास प्रस्ताव पर जुटे और अपने कट्टर भ्रष्ट साथी उनकी शर्त पर मजबूर होकर जुटे। इस अविश्वास प्रस्ताव पर भी आपने कैसी चर्चा की। आपके दरबारी भी बहुत दुखी हैं। ये हाल है आपका। मजा इस डिबेट का। फील्डिंग विपक्ष ने की लेकिन चौके-छक्के सत्ता पक्ष की तरफ से लगे। विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव पर नो बॉल फेंक रहा है। इधर से सेंचुरी लग रही है।"