Farooq Abdullah Travel in Srinagar Vande Bharat Express Train:जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख डा फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को श्रीनगर के नौगाम रेलवे स्टेशन से कटड़ा तक वंदे भारत ट्रेन में यात्रा की। उनके साथ उनके दोनों पोते भी थे। इस यात्रा के प्रति उन्होंने कहा कि हमें इस वंदे भारत ट्रेन से बहुत फायदा होगा। उन्हें खुशी है कि वह इस ट्रेन से कटरा जा रहे हैं। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष ने कहा कि ट्रेन लिंक से कश्मीर के फल व्यापारियों को देश भर के बाजारों तक पहुंच मिलेगी। वहीं, जब ट्रेन कटड़ा स्टेशन पर पहुंची, तो नेशनल कांफ्रेंस के नेता और कार्यकर्ता फूलों के गुलदस्ते और नारे लगाकर उनका स्वागत करने के लिए एकत्र हुए। अब्दुल्ला ने कटड़ा स्टेशन पर उतरते ही कहा माता ने बुलाया है... आया है बुलावा शेरांवाली का।
इसी के साथ वहां मौजूद लोगों ने धार्मिक नारे लगाए। उन्होंने उम्मीद जताई कि 3 जुलाई से शुरू होने वाली हिमालय की पहाड़ियों में अमरनाथ यात्रा के लिए लोग बड़ी संख्या में ट्रेनों से आएंगे। फारूक अब्दुल्ला ने इस सीधी रेल संपर्क को कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच ‘दिल के रास्ते’ को जोड़ने की दिशा में एक कदम बताया।
श्रीनगर के नौगाम स्टेशन पर चढ़ते समय, जब ट्रेन पहाड़ों और सुरंगों से होते हुए रियासी जिले की शावलिक पहाड़ियों में चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल को पार करने के लिए गुजरी, तो ‘उनकी आंखों में आंसू आ गए’। 41,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से निर्मित यह रेल लाइन दुनिया के कुछ सबसे चुनौतीपूर्ण इलाकों से होकर गुजरती है, जिसमें चिनाब ब्रिज भी शामिल है।
यह ब्रिज एक आश्चर्यजनक स्टील संरचना है जो नदी से 1,178 फीट ऊपर है. यह ब्रिज एफिल टॉवर से भी ऊंची है। यहां ट्रेन खतरनाक पहाड़ों में बनी 100 किलोमीटर से अधिक सुरंगों से होकर गुजरती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 जून को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ पहली वंदे भारत सेवा को हरी झंडी दिखाई थी।
272 किलोमीटर तक फैली उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक, यह बड़ी परियोजना है जो पहली बार कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से रेल द्वारा जोड़ती है. जम्मू-कश्मीर के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा सपना है कि एक दिन जम्मू कश्मीर देश के बाकी हिस्सों से जुड़ जाएगा, जो इस ट्रेन से पूरा हो रहा है।
अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू कश्मीर को पूरे देश से जोड़ने के लिए यह सबसे बड़ा तोहफा है। अब्दुल्ला ने कहा कि, जब उन्होंने चिनाब पुल पार किया तो उनकी आंखों में आंसू आ गए। आखिरकार वह दिन आ ही गया जब हम कश्मीर से देश की यात्रा ट्रेन से कर सकेंगे। उन्होंने चिनाब पुल की प्रंशसा करते हुए कहा, क्या तकनीक है। वह इस पुल को बनाने वाले सभी श्रमिकों और इंजीनियरों को बधाई देना चाहते हैं।
उन्होंने रेल लिंक के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान की सराहना की। अब्दुल्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस परियोजना को पूरा किया। मैं दुनिया के सबसे ऊंचे पुल के पीछे काम करने वाले इंजीनियरों और श्रमिकों को धन्यवाद देना चाहता हूं। अब्दुल्ला ने कहा कि, इससे पर्यटन का काफी विकास होगा।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अमरनाथ तीर्थयात्री ट्रेन का इस्तेमाल करेंगे और बड़ी संख्या में पवित्र गुफा मंदिर तक जाएंगे। पवित्र गुफा मंदिर 3880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। वार्षिक अमरनाथ यात्रा तीन जुलाई को शुरू होने वाली है। छह जून को, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कटरा से श्रीनगर और श्रीनगर से कटरा तक दो वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।
इसके साथ ही, कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले 272 किलोमीटर लंबे उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक का निर्माण पूरा हो गया। धूप से बचाव वाली टोपी पहने अब्दुल्ला सुबह में श्रीनगर के नौगाम रेलवे स्टेशन से ट्रेन में सवार हुए और कटरा पहुंचे, जहां उपमुख्यमंत्री सुरेन्द्र चौधरी और नेशनल कॉन्फ्रेंस की जम्मू इकाई के अध्यक्ष रतन लाल गुप्ता ने उनकी अगवानी की।
कटरा माता वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए आधार शिविर है। अब्दुल्ला ने ट्रेन से उतरने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘कश्मीर को आखिरकार देश के रेल नेटवर्क से जुड़ता देख मैं अभिभूत हूं। आंखों में खुशियों के आंसू हैं। मैं इसे संभव बनाने के लिए इंजीनियरों और श्रमिकों को बधाई देता हूं।’’
उन्होंने ट्रेन सेवा को लोगों की सबसे बड़ी जीत बताया क्योंकि इससे यात्रा आसान होगी, व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा दोनों क्षेत्रों के बीच ‘‘प्रेम और मित्रता’’ भी मजबूत होगी। अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि आगामी तीर्थयात्रा के दौरान देश भर से यात्री बड़ी संख्या में अमरनाथ गुफा मंदिर में दर्शन के लिए इस सुविधा का उपयोग करेंगे।’’
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के बेटे जमीर और जहीर, जम्मू-कश्मीर के मंत्री सतीश शर्मा, मुख्यमंत्री के सलाहकार नासिर असलम वानी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुख्य प्रवक्ता तनवीर सादिक भी फारूक अब्दुल्ला के साथ ट्रेन यात्रा पर थे। सादिक ने यात्रा की कुछ तस्वीरें साझा करते हुए ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘श्रीनगर से कटरा तक की हमारी पहली ट्रेन यात्रा बेहद शानदार रही।
यह यात्रा अंजी पुल होते हुए आश्चर्यजनक सुरंगों से होकर गुजरती है। यह अनुभव शानदार रहा। अब्दुल्ला ने कहा कि ट्रेन कश्मीर से बागवानी उत्पादों को देश के विभिन्न बाजारों तक पहुंचाने में मदद करेगी, जिनमें दूर-दराज के कन्याकुमारी, मुंबई, कोलकाता और बिहार शामिल हैं।
इससे पहले, श्रीनगर में फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘मुझे बहुत खुशी है कि मैं आज इस ट्रेन से कटरा तक यात्रा कर रहा हूं। यह हमारे लिए बेहद लाभकारी है।’’ उन्होंने कहा कि कश्मीर को शेष भारत से जोड़ने वाली यह ट्रेन घाटी के लोगों के लिए एक भरोसेमंद परिवहन सेवा है। अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘सड़क (श्रीनगर एवं जम्मू के बीच) कभी-कभी बंद हो जाती है।
तब विमानन कंपनियां कीमतें बढ़ाकर लोगों को लूटना शुरू कर देती हैं। इस ट्रेन के शुरू होने से लोगों को उससे छुटकारा मिलेगा।’’ अब्दुल्ला ने कहा कि रेलवे संपर्क कश्मीर में बागवानी क्षेत्र के लिए भी फायदेमंद साबित होगा क्योंकि इससे उपज तेजी से बाजारों तक पहुंचेगी। उन्होंने कहा, ‘‘इससे कश्मीर आने वाले पर्यटकों को भी फायदा होगा।’’