नई दिल्ली: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब व हरियाणा के अलावा देश भर के किसान आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलन कर रहे किसान राजधानी दिल्ली में एंट्री करने वाले बॉर्डर पर पिछले 10 दिनों से हाड़ कंपा देने वाली ठंड में टिके हुए हैं।
यही वजह है कि केंद्र सरकार किसान नेताओं से अब तक पांच दौर की वार्ता कर चुकी है। इसके बावजूद किसानों के साथ सरकार की बात नहीं बन पा रही है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
इस वायरल वीडियो में कुछ किसान नेता कह रहे हैं कि केंद्र सरकार के कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों के साथ बातचीत के दौरान कहा है कि आज किसानों के कहने पर हम ये तीनों कानून वापस ले लेंगे तो कल अडाणी व अंबानी भी कोई कानून बनवाने के लिए हमारे पास आ जाएंगे।
सोशल मीडिया पर क्या किया जा रहा है दावा
बता दें कि कई सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को साझा कर कह रहे हैं कि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बैठक में किसान नेताओं से कहा कि अगर सरकार तीन कृषि कानूनों को वापस लेती है, तो "कल अदानी और अंबानी भी हमारे पास आ सकते हैं।"
इस वीडियो को सबसे पहले 'केटीवी ग्लोबल' नाम के एक यूट्यूब चैनल के माध्यम से प्रसारित किया गया। इसके बाद इस वीडियो को कई सारे सोशल मीडिया यूजर्स ने साझा किया है। ऐसे में हमने इस वायरल वीडियो का फैक्ट चेक करने का फैसला किया।
क्या है इस मामले की सच्चाई
इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने केटीवी ग्लोबल के रिपोर्टर द्वारा ट्विटर पर सबसे पहले साझा किए गए वीडियो को देखा। यह चैनल भारत से नहीं बल्कि यूनाइटेड किंग्डम से संचालित है। इस चैनल के रिपोर्ट ने इंडिया टुडे को बताया है कि केंद्र सरकार के मंत्री के साथ बैठक में मौजूद सभी किसान नेताओं ने ऐसा बयान नहीं दिया है। लेकिन, एक दो किसानों ने कहा है कि अंबानी और अडाणी का नाम मंत्री ने बैठक में लिया है।
इसके अलावा, जब इस तरह के बयान से जुड़े खबरों को हमने इंटरनेट पर खंगाला तो हमें मेनस्ट्रीम में कोई ऐसी खबरें पढ़ने को नहीं मिली। इंडिया टुडे ने जब मंत्री के साथ बैठक में हिस्सा लेने वाले किसान नेताओं से संपर्क किया तो पंजाब किसान सभा के मेजर सिंह पुनावाल ने कहा कि मंत्री ने एक खास संदर्भ में कॉरपोरेट्स के बारे में कुछ कहा हो सकता है। लेकिन यह दावा कि उन्होंने अंबानी और अडानी का नाम लिया है, सच नहीं है।
इसके अलावा, किसान क्रांति जन आंदोलन के संदीप गिडे ने कहा कि मैं पूरी बैठक में मौजूद था। मुझे ऐसी कोई टिप्पणी याद नहीं है।
निष्कर्ष
इस तरह साफ है कि सोशल मीडिया पर केटीवी ग्लोबल द्वारा साझा किया गया यह वीडियो पूरी तरह सही नहीं है। इस वीडियो के बारे में जानकारी देते हुए इसे पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने भी इसे गलत बताया है। साफ है कि वीडियो को साझा कर किया जा रहा दावा गलत है।