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Fact Check: जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 'भारत माता की जय' कहने पर BJP विधायक बाहर? दावों की असल सच्चाई क्या; जानें यहां

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 14, 2024 13:24 IST

Fact Check:आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद इसी साल अक्टूबर में जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हुए।

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Created By: BOOM

Translated By : लोकमत हिन्दी

Fact Check: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने के बाद से आर्टिकल 370 का मुद्दा एक बार फिर से गरमा गया है। नई सरकार के बनते ही अनुच्छेद 370 और 35-ए को वापस लागू करने की मांग की जा रही है। इस मांग का राज्य में विपक्षी दल बीजेपी जमकर विरोध कर रही है। हालात ये है कि विधानसभा में सत्ता पार्टी और विपक्ष के बीच झड़प हो रही है हंगामे हो रहे हैं। विधानसभा में हंगामे के कारण स्पीकर को कई विधायकों को सदन से बाहर का रास्ता दिखाना पड़ा है। 

इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसके साथ कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि सदन में 'भारत माता की जय' बोलने की वजह से विधायकों को बाहर निकाल दिया गया। इस खबर पर बूम ने एक रिपोर्ट साझा कि है जिसमें पाया है कि, बीजेपी विधायकों को सदन में हंगामा करने की वजह से बाहर किया गया था।

मालूम हो कि, आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद इसी साल अक्टूबर में जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हुए। इसमें नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने 48 सीटें हासिल कर सरकार बनाई और उमर अब्दुल्ला मुख्यमंत्री चुने गए। 

वायरल वीडियो में 43 सेकंड के दो क्लिप हैं।  पहली क्लिप में एक विधायक 'भारत माता की जय' नारा लगाते देखे जा सकते हैं. इसके बाद तुरंत अगली क्लिप में मार्शल विधायकों को बाहर करते नजर आ रहे हैं। फेसबुक पर इस वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'जम्मू-कश्मीर विधान सभा में भारत माता की जय बोलने के बाद निम्नलिखित दृश्य को विस्फारित आँखों से देखें, सिर खुजाओ भाइयों, ये है हमारे ही देश में हिंदुओं की हालत... आगे क्या? सेक्युलर विशेष रूप से ध्यान दें। अगर ऐसे हर मंत्रिमंडल में उनकी (मुस्लिम बहुसंख्यक) संख्या बढ़ जाए तो क्या होगा।'

एक्स पर भी एक वेरिफाइड यूजर ने वीडियो के साथ यही दावा किया कि भारत माता की जय नारा लगाने पर विधायकों के ऊपर ये कार्रवाई की गई।

बूम की रिपोर्ट में कहा गया है कि मारत माता की जय नारा लगाने की वजह से जम्मू-कश्मीर विधानसभा से विधायकों को बाहर नहीं किया गया था। दरअसल आर्टिकल 370 के बहाली प्रस्ताव का विरोध करने के क्रम बीजेपी विधायक नारेबाजी करते हुए वेल में कूद आए थे, जिसके बाद स्पीकर ने उन्हें बाहर निकालने का आदेश दिया था।

भारत माता की जय बोलने पर विधायकों को नहीं किया गया बाहर घटना से संबंधित कीवर्ड्स सर्च करने पर हमें कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं। 8 नवंबर की आजतक की वीडियो रिपोर्ट में घटना की विस्तृत रिपोर्टिंग की गई थी। इसके मुताबिक, बीजेपी के विधायकों ने अनुच्छेद 370 की बहाली वाले प्रस्ताव के खिलाफ सदन में जमकर नारेबाजी की। 

इसी क्रम में बीजेपी, नेशनल कांफ्रेस, पीडीपी और अवामी इत्तेहाद पार्टी के विधायक आपस में भिड़ गए। इसके बाद स्पीकर ने मार्शलों को इन विधायकों को बाहर करने का आदेश दिया।

असल में सदन के पहले दिन यानी 4 नवंबर से ही अनुच्छेद 370 की बहाली से संबंधित प्रस्ताव के चलते मामला गरमाया हुआ था। सत्र के दूसरे दिन नेशनल कांफ्रेंस की ओर से पेश किए गए बहाली प्रस्ताव को पास कर दिया गया।  सत्र के चौथे दिन अवामी इत्तेहाद पार्टी के विधायक और बारामुला से सांसद इंजीनियर रशीद के भाई खुर्शीद अहमद शेख ने सदन में आर्टिकल 370 और 35-A की बहाली और राजनीतिक कैदियों की रिहाई से संबंधित एक पोस्टर लहराया, जिसपर बीजेपी विधायकों ने जमकर हंगामा किया, यहां तक कि विधायक हाथापाई पर उतर आए।  सत्र के पांचवें और अंतिम दिन भी यह मामला खिंचता रहा।  

पहले खुर्शीद अहमद ने 370 की बहाली से जुड़ा पोस्टर फिर लहराने की कोशिश की।  इस हंगामे की वजह मार्शल ने उन्हें सदन से बाहर कर दिया।  इसी बीच बीजेपी के विधायक कूदकर वेल में चले गए और नारेबाजी करने लगे।  तब स्पीकर ने 12 बीजेपी विधायकों को बाहर करने का आदेश दिया।  इसके बाद बाकी बचे विधायकों ने भी सदन से वॉकआउट कर दिया और विधानसभा के बाहर प्रोटेस्ट करने लगे।  हमने वायरल दावे और घटनाक्रम को समझने के लिए सदन का लाइव वीडियो भी देखा।  मनीकंट्रोल के तीन घंटे सैंतालीस मिनट के इस वीडियो में 33 मिनट से 38 मिनट के बीच यह पूरा प्रकरण देखा जा सकता है।  

एक तरफ एक विधायक अपनी बात रख रहे हैं, उधर दूसरी तरफ बीजेपी के विधायक लगातार नारेबाजी कर रहे हैं।  33:33 पर वायरल वीडियो वाला वह हिस्सा आता है, जहां विधायक भारत माता की जय क नारा लगाते हैं।  इसके बाद तीन मिनट तक कई विधायक लगातार नारेबाजी करते रहते हैं।  

फिर 37:35 पर विधायक बेंच से कूदकर जबरन वेल में घुसने लगते हैं, जिसके बाद स्पीकर उन्हें हटाने का आदेश देते हैं।  बता दें कि आर्टिकल 370 जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करती थी, जिसे भाजपा शासित केंद्र सरकार ने अगस्त 2019 में निरस्त कर दिया। 

फैक्ट चेक- यह दावा गलत है

 फैक्ट चेक को वेबसाइट BOOM ने प्रकाशित किया है।

इसका अनुवाद 'लोकमतन्यूज.इन' ने 'शक्ति कलेक्टिव' के हिस्से के रूप में किया है।

टॅग्स :फैक्ट चेकजम्मू कश्मीरBJPधारा 370आर्टिकल 35A (अनुच्छेद 35A)Jammu
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