लाइव न्यूज़ :

मोदी सरकार ने छोटे कारोबारियों को दी बड़ी राहत, अब 40 लाख रुपये से कम कारोबार पर नहीं लगेगा GST

By रामदीप मिश्रा | Updated: January 10, 2019 16:01 IST

बताया गया है कि जीएसटी कम्पोजिशन योजना का लाभ लेने वाली कंपनियों को सिर्फ एक वार्षिक रिटर्न दाखिल करना होगी, जबकि कर भुगतान हर तिमाही में एक बार कर सकेंगे।

Open in App

गुड्स एंड सर्विसेज टैक्‍स (जीएसटी) काउंसिल की 32वीं बैठक गुरुवार (10 जनवरी) को आयोजित की गई है। इस बैठक का अगुआई वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने की। इस बैठक में छोटे कारोबारियों को राहत दी गई है। जीएसटी परिषद ने कंपोजिशन योजना का लाभ उठाने के लिये सालाना कारोबार सीमा को एक करोड़ से बढ़ाकर डेढ़ करोड़ रुपये किया, यह एक अप्रैल 2019 से प्रभावी होगा।

बताया गया है कि जीएसटी कम्पोजिशन योजना का लाभ लेने वाली कंपनियों को सिर्फ एक वार्षिक रिटर्न दाखिल करना होगी, जबकि कर भुगतान हर तिमाही में एक बार कर सकेंगे। जीएसटी से छूट के लिये सालाना कारोबार सीमा को बढ़ाकर 40 लाख रुपये किया गया, पूर्वोत्तर राज्यों के लिये यह सीमा 20 लाख रुपये की गयी।सबसे बड़ी बात यह है छोटे राज्यों में जो लिमिट 10 लाख थी वो लिमिट 20 लाख रुपये कर दी गई है। इससे उन छोटे कारोबारियों को राहत मिल जाएगी जिनका सालाना कारोबार 10 लाख रुपये या उससे अधिक है। अब इन कारोबारियों को जीएसटी रजिस्ट्रेशन नहीं करवाना पड़ेगा।   

वहीं, जीएसटी परिषद ने केरल को दो साल के लिए राज्य के भीतर बिक्री पर एक प्रतिशत का उपकर लगाने की अनुमति दी है। जीएसटी परिषद में रीयल एस्टेट और लॉटरी पर जीएसटी को लेकर मतभेद सामने आने के बाद इसपर विचार करने के लिये मंत्रियों का समूह बनाया गया है।आपको बता दें, बीते दिन बुधवार (9 जनवरी) को उत्तर प्रदेश के आगरा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि उन्होंने जीएसटी परिषद से 75 लाख रुपये सालाना तक का कारोबार करने वाले उद्यमों को जीएसटी पंजीकरण से छूट देने और मध्यम वर्ग के लिए बनने वाले घरों को जीएसटी के पांच प्रतिशत के दायरे में लाने का आग्रह किया है।

प्रधानमंत्री ने कहा था इस बारे में फैसला करने का अधिकार उनके हाथ में नहीं है बल्कि जीएसटी परिषद के हाथ में है। सभी राज्य सरकारें इस परिषद की सदस्य हैं। उन सबको मिलकर इस बारे में निर्णय करना है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि आने वाले दिनों में जीएसटी परिषद जनता के पक्ष में इस बात का ध्यान रखेगी।(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

टॅग्स :अरुण जेटलीजीएसटी
Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारनवंबर में जीएसटी संग्रह 1.70 लाख करोड़ रुपये?, फरवरी 2024 के बाद सबसे कम

कारोबार1 नवंबर से नए नियम: बैंकिंग, जीएसटी, आधार और पेंशन में बड़े बदलाव, जानिए ये नए चेंज कैसे करेंगे आपको प्रभावित

कारोबार1 नवंबर से आसान हो जाएगा GST रजिस्ट्रेशन, सरकार लागू करेगी ये नई स्कीम

कारोबारजीएसटी दरों में कटौती, वाहन कीमत में कमी?, त्योहार में झमाझम बिक रहे कार, मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा की बंपर कमाई

कारोबारGST Collection News: पहले दिन झोली भर कमाई?, सितंबर में जीएसटी संग्रह 9.1% बढ़कर 1.89 लाख करोड़ रुपये

भारत अधिक खबरें

कारोबारIndiGo Crisis: इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने फ्लाइट कैंसिल होने पर माफी मांगी, कहा- बताया कब स्थिति हो जाएगी सामान्य

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर