लाइव न्यूज़ :

एक्सक्लूसिव: चालान से पहले आएगी नियम उल्लंघन की सूचना, सरकार ने दी कैशलेस चालान की सलाह

By संतोष ठाकुर | Updated: September 3, 2019 13:33 IST

सभी यातायात पुलिसकर्मियों-यातायात विभाग कर्मियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे सभी वाहन मालिकों का चालान करते हुए उनके मोबाइल नंबर जरूर अंकित करे. एक निश्चित अविध में ये डाटा परिवहन विभाग के साथ भी साझा किया जाएगा

Open in App
ठळक मुद्देकेंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय ने सभी राज्यों को कहा है कि वे अपने यातायात पुलिसकर्मी और परिवहन विभाग कर्मियों को यह निर्देश दें कि चालान की पेमेंट कैशलेस या कार्ड से हासिल करें. मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली सहित कुछ राज्यों में नए वाहनों के पंजीकरण के समय उसके मालिक का मोबाइल नंबर भी लिया जाता है.

वाहन नियमों के उल्लंघन पर जुर्माना राशि को दोगुना से तिगुना बढ़ाने के साथ ही सरकार कुछ ऐसे कदम उठाने वाली है जिससे नियमों का उल्लंघन करने वाले हर वाहन मालिक से जुर्माना हासिल किया जा सके. इसके लिए केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय ने सभी राज्य वाहन प्राधिकरण को निर्देश दिए हैं कि वे न केवल सभी नए वाहनों के पंजीकरण के समय उसके मालिक का मोबाइल नंबर पंजीकृत करे बल्कि ऐसे मामले जिसमें चालान किए गए वाहन के मालिक का नंबर नहीं है, उसका पता पुलिस-परिवहन विभाग को उपलब्ध कराते हुए उसके मालिक से वह मोबाइल नंबर भी हासिल करे जिसे वह पंजीकृत कराना चाहता है.

मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली सहित कुछ राज्यों में नए वाहनों के पंजीकरण के समय उसके मालिक का मोबाइल नंबर भी लिया जाता है. ऐसे में जब भी कोई वाहन कहीं नियम उल्लंघन करते हुए वीडियो कैमरों की नजर में आता है तो उसके मालिक को उससे संबंधित एसएमएस भेज दिया जाता है. उसके उपरांत फोटो सहित नियम उल्लंघन का चालान भी संबंधित वाहन मालिक तक पहुंच जाता है.

लेकिन पुराने वाहनों के मामलों में ऐसा नहीं होता है क्योंकि उस समय अधिकतर लोग कोई मोबाइल नंबर पंजीकृत नहीं कराते थे. इस समस्या से निपटने के लिए सभी वाहन प्राधिकरणों को निर्देश दिया गया है कि जब किसी ऐसे वाहन के नंबर को लेकर जानकारी हासिल की जाए जिसका नंबर पंजीकृत नहीं है तो वाहन प्राधिकरण उस वाहन मालिक के पते पर पत्र भेजकर उसे नंबर पंजीकृत कराने का निर्देश दे.

डाटा परिवहन विभाग के साथ साझा होगा 

इसके साथ ही सभी यातायात पुलिसकर्मियों-यातायात विभाग कर्मियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे सभी वाहन मालिकों का चालान करते हुए उनके मोबाइल नंबर जरूर अंकित करे. एक निश्चित अविध में ये डाटा परिवहन विभाग के साथ भी साझा किया जाएगा, जिससे आने वाले समय में हर वाहन मालिक का पंजीकृत नंबर यातायात विभाग के पास होगा। ऐसे में चालान की सूचना आदि भेजने में काफी सहायता मिलेगी.

कैशलेस चालान की सलाह दी

केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय ने सभी राज्यों को कहा है कि वे अपने यातायात पुलिसकर्मी और परिवहन विभाग कर्मियों को यह निर्देश दें कि चालान की पेमेंट कैशलेस या कार्ड से हासिल करें. चालान की रकम क्योंकि दोगुना-तिगुना हो गई है, ऐसे में संभव है कि लोगों के पास उतने पैसे नहीं हो. इस समस्या को देखते हुए अदालत का चालान करने को वरीयता दी जाए. एक अधिकारी ने कहा कि इसके लोगों को सहायता होगी और साथ ही यह आरोप भी कम होंगे कि चालान की बढ़ी हुई राशि का डर दिखाकर पुलिसकर्मी-यातायात विभाग कर्मी लेन-देन या भ्रष्टाचार कर रहे हैं.

टॅग्स :मोदी सरकारट्रैफिक नियम
Open in App

संबंधित खबरें

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो के उड़ानों के रद्द होने पर राहुल गांधी ने किया रिएक्ट, बोले- "सरकार के एकाधिकार मॉडल का नतीजा"

भारतUP: ट्रैफिक रूल्स तोड़ने में नोएडा पहले और लखनऊ दूसरे स्थान पर, राज्य में दस माह में 1.27 करोड़ लोगों का चालन, इनमें एक भी पुलिसवाला नहीं

भारतसंचार साथी ऐप में क्या है खासियत, जिसे हर फोन में डाउनलोड कराना चाहती है सरकार? जानें

भारतSanchar Saathi App: विपक्ष के आरोपों के बीच संचार साथी ऐप डाउनलोड में भारी वृद्धि, संचार मंत्रालय का दावा

भारत"संचार साथी ऐप अनिवार्य नहीं, डिलीट कर सकते हैं लोग", विवाद के बीच बोले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया

भारत अधिक खबरें

भारतमहाराष्ट्र शीतकालीन सत्र: चाय पार्टी का बहिष्कार, सदनों में विपक्ष के नेताओं की नियुक्ति करने में विफल रही सरकार

भारतगोवा अग्निकांड: मजिस्ट्रियल जांच के आदेश, सीएम प्रमोद सावंत ने ₹5 लाख मुआवज़े की घोषणा की

भारतसतत निगरानी, सघन जांच और कार्रवाई से तेज़ी से घटा है नक्सली दायरा: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भारतयूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र में योगी सरकार लाएगी 20,000 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट, 15 दिसंबर हो सकता है शुरू

भारतकांग्रेस के मनीष तिवारी चाहते हैं कि सांसदों को संसद में पार्टी लाइन से ऊपर उठकर वोट देने की आजादी मिले, पेश किया प्राइवेट मेंबर बिल