नई दिल्ली: दिल्ली आबकारी नीति में हुए कथित घोटाले के मामले में राष्ट्रीय राजधानी के डिप्टी सीएम और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया को एक और झटका लगा है। एक अधिकारी के मुताबिक ईडी ने दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 मामले में सिसोदिया के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया।
ईडी ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत कई अन्य के खिलाफ आबकारी नीति में भ्रष्टाचार के आरोप में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया। सीबीआई द्वारा दर्ज की गई पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) के बाद धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया गया था और सबूतों से आबकारी नीति में बदलाव के माध्यम से उत्पन्न अपराध की आय का पता चला था।
दिल्ली सरकार की आबकारी नीति 2021-22 के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं के संबंध में सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी में नामित 15 व्यक्तियों और संस्थाओं में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं।
इससे पहले मंगलवार के दिन ही आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुजरात के भावनगर में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए सिसोदिया की गिरफ्तारी की भविष्यवाणी की थी।
केजरीवाल ने कहा, "हमने सुना है कि सिसोदिया को 10 दिनों में गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आपका उत्साह देखकर ऐसा लगता है कि उन्हें दो या तीन दिनों में गिरफ्तार किया जा सकता है।"
बता दें कि पिछले हफ्ते, सीबीआई ने सिसोदिया के आवास और कुछ नौकरशाहों के परिसरों सहित कई स्थानों पर छापेमारी की थी, जिसमें आबकारी आयुक्त कृष्णा और आबकारी विभाग के दो अन्य अधिकारी और व्यवसायी शामिल थे।
तलाशी के बाद, केंद्र ने दिल्ली शराब नीति मामले में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ए गोपी कृष्णा और दानिक्स अधिकारी आनंद कुमार तिवारी को निलंबित कर दिया।
कृष्णा दिल्ली सरकार में आबकारी आयुक्त थे, जबकि आनंद कुमार उप आबकारी आयुक्त थे। सीबीआई द्वारा चल रही जांच में दर्ज प्राथमिकी में दोनों अधिकारियों के नाम थे।