कोलकाता: पश्चिम बंगाल में शिक्षकों की भर्ती घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई लगातार जारी है। शिक्षक भर्ती घोटाले का खुलासा होने के बाद से ही इस केस में कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। प्रवर्तन निदेशालय ने एक बार फिर एक्शन लेते हुए टीएमसी के युवा नेता कुंतल घोष को गिरफ्तार कर लिया है। एएनआई के मुताबिक, शनिवार को टीएमसी नेता कुंतल घोष को गिरफ्तार कर लिया गया है क्योंकि उनके खिलाफ कई करोड़ रुपयों को हड़पने का आरोप है।
गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को ईडी के अधिकारियों ने कुंतल घोष के घर पर छापेमारी की थी। जिसके आधार पर ये कार्रवाई की गई है। कुंतल घोष हुगली से टीएमसी युवा विंग के सदस्य है। टीएमसी नेता पर आरोप है कि उन्होंने 325 लोगों को नौकरी देने के नाम पर उनसे 19 करोड़ रुपये की वसूली की थी। ईडी की छापेमारी के दौरान कुंतल घोष के घर से कई दस्तावेज मिले हैं जिन्हें आज कोर्ट में पेश किया जा सकता है।
अब तक कई लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
जानकारी के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले में अब तक कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस घोटाले के सामने आने के बाद से ही टीएमसी के कई नेता ईडी के शिकंजे में फंस चुके हैं। पिछले साल ही इस मामले में ईडी ने बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया था। पार्थ चटर्जी के कई ठिकानों पर जब ईडी ने छापेमारी की थी तो कई करोड़ रुपये मिलने से हड़कंप मच गया था। पार्थ चटर्जी समेत शिक्षा विभाग के कई अधिकारियों पर घोटाले को लेकर कई गंभीर आरोप है।
पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घोटाले में शामिल होने की खबर के बीच टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी के नेता से किनारा कर लिया और उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था। ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी को जांच होने तक पार्टी से निलंबित कर दिया है।
टीएमसी पर 100 करोड़ से अधिक रुपयों को हड़पने का आरोप
पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के नेताओं पर राज्य में सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला करने का आरोप है। सीबीआई के अनुसार, साल 2014 और 2021 के बीच पूरे राज्य में ये घोटाला हुआ है।