लाइव न्यूज़ :

ई-निविदा रैकेट मामला: ईडी ने भोपाल, हैदराबाद, मप्र में छापेमारी की

By भाषा | Updated: January 7, 2021 16:39 IST

Open in App

नयी दिल्ली, सात जनवरी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मध्य प्रदेश के कथित ई-निविदा धांधली रैकेट से जुड़ी धनशोधन संबंधी जांच के सिलसिले में भोपाल, हैदराबाद और बेंगलुरु में कई स्थानों पर छापेमारी की है। यह मामला तीन हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि से जुड़ा है।

आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को बताया कि सबूत जुटाने के लिए एजेंसी ने मामले में संलिप्त विभिन्न संदिग्धों के स्थानों पर इस सप्ताह की शुरुआत में छापेमारी अभियान शुरू किया और यह कार्रवाई धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत की जा रही है।

सूत्रों ने बताया कि मध्य प्रदेश के एक पूर्व मुख्य सचिव से जुड़े परिसर सहित भोपाल, हैदराबाद और बेंगलुरु में कम से कम 15-16 स्थानों पर छापेमारी की गई और आज भी कुछ स्थानों पर छापेमारी जारी है।

ईडी ने पिछले साल एक आपराधिक मामला दर्ज किया था, जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि राज्य सरकार के ई-टेंडर पोर्टल को निविदाओं में हेरफेर करने और अनुबंध हथियाने के लिए 'हैक' किया गया था तथा कथित तौर पर यह भाजपा के शासन के दौरान हुआ था।

सबसे पहले, मध्य प्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने कमलनाथ नीत कांग्रेस सरकार के दौरान पिछले साल इस संबंध में मामला दर्ज किया था। ईडी ने पीएमएलए के तहत मामला दर्ज करने के लिए इस प्राथमिकी का अध्ययन किया।

ईओडब्ल्यू ने सात कंपनियों के निदेशकों और विपणन प्रतिनिधियों, राज्य सरकार के पांच विभागों के अज्ञात अधिकारियों और कुछ नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

इन लोगों के खिलाफ भादंवि की धारा 420 (धोखाधड़ी), सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए थे।

ईओडब्ल्यू ने एक बयान में कहा था कि कथित रैकेट में शामिल निर्माण कंपनियों में ‘जीवीपीआर लिमिटेड’ तथा ‘मैक्स मैंटेना’ (दोनों हैदराबाद में स्थित हैं), ‘ह्यूम पाइप लिमिटेड’ तथा ‘जेएमसी लिमिटेड’ (दोनों मुंबई स्थित), ‘सोरठिया वेलजी लिमिटेड’ तथा ‘ माधव इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स’ (दोनों वड़ोदरा स्थित) और ‘राम कुमार नरवानी लिमिटेड’ (भोपाल स्थित) शामिल हैं।

कंपनियों ने जनवरी और मार्च, 2018 के बीच 3,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को सबसे कम दरों पर हासिल करने के लिए कथित रूप से ‘एमपी ई-टेंडरिंग पोर्टल’ को ‘हैक’ कर लिया था। हालांकि बाद में इन निविदाओं को रद्द कर दिया गया था।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतचुनाव वाले तमिलनाडु में SIR के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से 97 लाख नाम हटा गए

बॉलीवुड चुस्कीBetting App Case: सट्टेबाजी ऐप मामले में उरावशी रौतेला, युवराज सिंह, सोनू सूद पर ईडी की कार्रवाई

क्रिकेट4,4,4,4,4,4,4,4,4,4,6 तिलक वर्मा की 73 रनों की शानदार पारी, पांचवा टी20 मैच

भारतGujarat: एसआईआर के बाद गुजरात की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी, 73.7 लाख वोटर्स के नाम हटाए गए

क्रिकेट16 गेंद… और तूफान! हार्दिक पांड्या ने SA के खिलाफ मचा दिया कोहराम

भारत अधिक खबरें

भारतबृहन्मुंबई महानगरपालिका 2026ः सभी 227 सीट पर चुनाव, 21 उम्मीदवारों की पहली सूची, देखिए पूरी सूची

भारतWeather Report 20 December: मौसम विभाग ने इन राज्यों में घने कोहरे के लिए रेड और येलो अलर्ट जारी किया

भारतहरियाणा सरकार पर जनता का नॉन-स्टॉप भरोसा, मुख्यमंत्री

भारतमध्य प्रदेश: '2047 तक प्रदेश की इकोनॉमी 2.5 ट्रिलियन डॉलर होगी', मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विधानसभा के विशेष सत्र को किया संबोधित

भारतBMC छोड़ सभी निकायों में सीट बंटवारा पूरा?, राज और उद्धव ठाकरे में गठजोड़, ऐलान 20-25 दिसंबर के बीच