नई दिल्लीः दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव 2025 की मतगणना अभी जारी है। मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि ईवीएम के आधार पर मतगणना प्रक्रिया 18-20 राउंड तक चल सकती है, जिसके बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे। दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक सख्त आदेश में विजयी उम्मीदवारों द्वारा किसी भी प्रकार के विजय जुलूस निकालने पर रोक लगा दी है। न्यायालय ने दिल्ली पुलिस, विश्वविद्यालय प्रशासन और स्थानीय प्रशासन को किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने का निर्देश दिया है।
DUSU Election 2025 Result: डूसू चुनाव 2025-सातवें दौर की मतगणना के बाद ABVP 3 पदों पर आगे-
ABVP उम्मीदवार:
अध्यक्ष - आर्यन मान: 9,125 वोट
उपाध्यक्ष - गोविंद: 6,651 वोट
सचिव - कुणाल चौधरी: 7,437 वोट
संयुक्त सचिव - दीपिका: 6,796 वोट
NSUI उम्मीदवार:
अध्यक्ष - जोसलिन नंदिता चौधरी: 4,347 वोट
उपाध्यक्ष - राहुल झांसला: 9,826 वोट
सचिव - कबीर: 5,724 वोट
संयुक्त सचिव - लवकुश: 5,679 वोट।
गुरुवार को दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव में 50 से अधिक घटक कॉलेजों में 2.75 लाख से अधिक योग्य छात्रों ने मतदान किया। 195 बूथों वाले 52 केंद्रों पर मतदान हुआ, जहां 711 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें (EVM) लगाई गईं। अंतिम मतदान 39.45 प्रतिशत रहा। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव के लिए 21 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
इनमें से नौ उम्मीदवार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि शेष 12 उम्मीदवार अन्य तीन पदों के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। मतदान दो पालियों में हुआ, जिसके तहत सुबह की कक्षा वाले विद्यार्थियों ने सुबह साढ़े आठ बजे से दोपहर एक बजे तक और शाम की कक्षा वाले विद्यार्थियों ने अपराह्न तीन बजे से शाम साढ़े सात बजे तक मतदान किया।
मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और कांग्रेस समर्थित भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के बीच रहा। अध्यक्ष पद के लिए एनएसयूआई ने बौद्ध अध्ययन की स्नातकोत्तर छात्रा जोसलिन नंदिता चौधरी को मैदान में उतारा है।
जबकि एबीवीपी की ओर से पुस्तकालय विज्ञान विभाग के छात्र आर्यन मान को उम्मीदवार बनाया गया है। इस साल डूसू चुनाव प्रचार में साफ तौर पर एक बदलाव देखा गया। वर्षों में पहली बार विश्वविद्यालय के कॉलेजों और छात्रावासों की दीवारें पोस्टरों और भित्तिचित्रों से मुक्त रहीं। इसका कारण यह रहा कि प्रशासन ने लिंगदोह समिति के दिशा-निर्देशों के तहत नियमों का सख्ती से पालन कराया।
तैनात 600 से ज्यादा पुलिसकर्मियों में से 160 बॉडी कैमरों से लैस रहे। सीसीटीवी निगरानी भी की गई और गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। इस चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए एनएसयूआई ने बौद्ध अध्ययन की स्नातकोत्तर छात्रा जोसलिन नंदिता चौधरी को मैदान में उतारा है जबकि एसएफआई-आइसा गठबंधन ने इंद्रप्रस्थ महिला कॉलेज की छात्रा अंजलि को उम्मीदवार बनाया है।
एबीवीपी ने पुस्तकालय विज्ञान विभाग से आर्यन मान को शीर्ष पद के लिए मैदान में उतारा है। मतदान की प्रक्रिया जारी रहने के बावजूद माहौल आरोप-प्रत्यारोप से भरा रहा। एनएसयूआई ने एबीवीपी पर किरोड़ीमल, हिंदू और हंसराज कॉलेजों में ‘वोट में हेराफेरी’ का आरोप लगाया।
एनएसयूआई अध्यक्ष वरुण चौधरी ने एबीवीपी के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार का नामांकन रद्द करने की मांग की। एबीवीपी ने आरोपों को खारिज किया। एबीवीपी समर्थकों ने आरोप लगाया कि मौजूदा डूसू अध्यक्ष और एनएसयूआई नेता रौनक खत्री बाहरी लोगों के साथ किरोड़ीमल कॉलेज में घुस आए और हंगामा किया।