तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में आज डीएमके की अहम बैठक हो गई है। बैठक में पार्टी अध्यक्ष के लिए एम के स्टालिन के नाम पर मुहर लगी है। स्टालिन इस बैठक में भाग लेने के लिए मुख्यालय पहुंचे थे। बैठक के दौरान अध्यक्ष के नाम पर आधिकारिक मुहर लगी है। बैठक शुरू होते ही सबसे पहले करुणानिधि को श्रृद्धांजलि दी गई। पहले ही लगभग स्टालिन के नाम को लगभग तय माना जा रहा था।
डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने अध्यक्ष के पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था। इसके अलावा वरिष्ठ नेता दुरई मुरुगन ने भी पार्टी कोषाध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरा था। वहीं, ये लगभग तय माना जा रहा था कि स्टालिन को ही पार्टी की कमान मिलेगी।
वही, खुद करुणानिधि ने एमके स्टालिन को राजनीतिक तौर पर अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। ऐसे में अब करुणानिधि के निधन के बाद ये बात सामने आई है कि अब पार्टी की आधिकारिक रूप से कमान कौन संभालेगा। सात अगस्त को पार्टी अध्यक्ष और तमिलनाडु के पूर्व सीएम करुणानिधि के निधन हो गया था, उसके बाद से ही अध्यक्ष पद को लेकर खींचातानी जारी है।
फिलहाल एमके स्टालिन डीएमके के कार्यवाहक अध्यक्ष पद पर हैं व अलागिरि को करुणानिधि ने मार्च 2014 में पार्टी से निष्कासित कर दिया था जिसके बाद से वह पार्टी से दूर हैं। लेकिन अब बर्खास्त होने से पहले दोनों भाइयों के बीच उत्तराधिकार को लेकर संघर्ष चरम पर रहा।
गौरतलब है कि करुणानिधि का 7 अगस्त को निधन हो गया था। करुणानिधि के परिवार में उनकी दो पत्नियां और छह बच्चे हैं। द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन उनके छोटे बेटे हैं। उनकी बेटी कनीमोरी राज्यसभा की सदस्य हैं। ऐसे में आज हर किसी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि आखिर डीएके का अध्यक्ष कौन होगा।