CAA पर बोले डीएमके प्रमुख स्टालिन, कहा- ‘जल्दबाजी में लिया गया निर्णय और निरंकुश’
By भाषा | Published: December 17, 2019 01:52 PM2019-12-17T13:52:01+5:302019-12-17T13:52:01+5:30
विधानसभा में विपक्ष के नेता स्टालिन यहां संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ आयोजित विरोध प्रदर्शन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की आय दोगुना करने और प्रति साल दो करोड़ रोजगार देने के अपने चुनावी वादे पूरे कर लिए हैं?
द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने संशोधित नागरिकता कानून को ‘जल्दबाजी में लिया गया निर्णय और निरंकुश’ बताते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार का उद्देश्य भारत की प्रगति नहीं बल्कि मुस्लिमों के अधिकारों को कुचलना है।
विधानसभा में विपक्ष के नेता स्टालिन यहां संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ आयोजित विरोध प्रदर्शन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की आय दोगुना करने और प्रति साल दो करोड़ रोजगार देने के अपने चुनावी वादे पूरे कर लिए हैं?
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस तरह के अपने वादे पूरे नहीं किए हैं। स्टालिन ने कहा कि हालांकि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ऐसी चीजें लागू की गई हैं जो देश के लिए हानिकारक है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म करने का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि ‘कश्मीर में लोकतंत्र को दबाया गया’।
उन्होंने इस दौरान तीन तलाक (मुस्लिम महिला) वैवाहिक रक्षा अधिकार अधिनियम का जिक्र भी किया। स्टालिन ने कहा कि केंद्र नीत भाजपा सरकार का ‘उद्देश्य मुसलमानों को कुचलना और उनका उत्पीड़न करना’ है।