बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जातीय गणना को देश के लिए बताया जरूरी, कहा- पूरे देश में होना चाहिए
By एस पी सिन्हा | Updated: October 7, 2023 15:46 IST2023-10-07T15:45:38+5:302023-10-07T15:46:46+5:30
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारी मांग है कि देश भर में जातीय गणना हो। लेकिन, केंद्र सरकार जो देश में जनगणना भी नहीं करा रही है। बिना आबादी का पता लगे लोगों के लिए योजनाएं कैसे बन सकेगी?

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जातीय गणना को देश के लिए बताया जरूरी, कहा- पूरे देश में होना चाहिए
पटना: कांग्रेस के द्वारा भी बिहार के तर्ज पर जाति आधारित गणना कराने की चर्चा किए जाने के बाद बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि इस तरह की गणना पूरे देश में होनी चाहिए कई राज्यों में अब इसकी मांग उठ रही है। चुनाव में भी बोला गया है कि हर जगह राज्य सरकार जाति आधारित गणना करवाएगी।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी इसे जरूरी बताया है और उनकी यह मांग स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि बिहार में हुई जातीय गणना से विकास के लिए बेहतर रूपरेखा बनेगी। तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारी मांग है कि देश भर में जातीय गणना हो। लेकिन, केंद्र सरकार जो देश में जनगणना भी नहीं करा रही है। बिना आबादी का पता लगे लोगों के लिए योजनाएं कैसे बन सकेगी? इसलिए देश में जातीय गणना कराने की जरूरत है। इसकी मांग देश के कई राज्यों से हो रही है।
उन्होंने कहा कि बिहार में जो काम किया गया है वह मानवता के लिए किया गया है। सही आंकड़ा हमेशा सरकार के पास होने चाहिए। उस हिसाब से योजना तैयार किया जा सके। हम लोग कई बार इसकी मांग कर चुके हैं कि देश में भी इस तरह का काम करवाया जाए जो लोग आपत्ति दर्ज करते हैं उन लोगों को कम से कम प्रधानमंत्री से बोलकर देश भर में जाति जनगणना करवानी जानी चाहिए।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर भाजपा के नेता क्रेडिट लेने की बात करते हैं तो क्यों नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जातीय गणना कराने की मांग करते हैं? ‘अगर जातीय गणना को वे इतना अच्छा मानते हैं तो काहे ला प्रधानमंत्री मोदी जी इससे मना कर दिए? काहे भाजपा के सांसदों ने विरोध किया?’ उधर, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा पटना में दिए गए बयान किे जितनी क्षेत्रीय पार्टियों है वह समाप्त हो जाएगी।
इसको लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि मुझे तो यह लग रहा है कि जेपी नड्डा खुद ही समाप्त हो रहे हैं। जितने क्षेत्रीय दल थे, वह सब तो इनसे अलग हो गए। कोई इनके साथ रहा कोई इनके साथ रहा कहां? भारत में जो सबसे बड़ा इनका गठबंधन था वह तो इनसे अलग गया। इनके साथ है ही कौन न जनता है ना क्षेत्रीय दल है। जब राज्य रहेगा ही नहीं तो केन्द्र किस आधार पर रहेगा?